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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s Discussions (5,261)

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"चाहते हैं निजामत सभी कारकुन/जाँ कहें तो लुटाता हुआ कौन है।3 जो वतन का हुआ भूलकर खुद…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"आ0  भाई रवि जी, बहुत बढ़िया ग़ज़ल कही है हार्दिक बधाई स्वीकारें l"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"कृष्ण सा कौन है आपके साथ में खाए माखन चले न पता कौन है / इसकि किलकारियां ख़ूब हैं नग़म…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"प्यार के बाद में सोचता कौन है /जानिबे इंतहा देखता कौन है / मुझको उनके तसव्वुर ने महक…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"नेकियाँ अब भला बाँटता कौन है/इस ज़माने में ये सरफिरा कौन है दरमियाँ सूखी मुरझाई शक्ल…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"है गुनाहों में तर, फिर भी सोया बशर/गलतियों से सबक सीखता कौन है। ज़ुल्म की इन्तहा हो ग…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
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"ह़र्फ़ मेरे ख़तों से उड़ा कर के फिर इत्र की बूँदें वाँ रख गया कौन है. खूब सूरत अशआर…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"आबरू पर जुआ खेलता कौन है/मुल्क का दांव कब झेलता कौन है। देशद्रोही चलन बढ़ रहा किस क़…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"आज फिर टूटकर इक सुदामा गया कृष्ण ने जब कहा, क्या पता कौन है आ0 भाई जयनित जी उम्दा गज़…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

"आप मुन्सिफ है खुद फैसला किजिये फूल सा कौन है ख़ार सा कौन है आदरणीय बढ़िया ग़ज़ल कही है.…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Feb 27, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-68

1191 Feb 27, 2016
Reply by shree suneel

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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

देवता क्यों दोस्त होंगे फिर भला- लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२ **** तीर्थ जाना  हो  गया है सैर जब भक्ति का यूँ भाव जाता तैर जब।१। * देवता…See More
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२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
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दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
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pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
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