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लक्ष्मण रामानुज लडीवाला's Discussions (4,212)

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"सारपूर्ण सार छंद  रचना के  लिए  बधाई  श्री रमेश कुम्जार चौहान जी | लेकिन विषय से सीध…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-64

854 Feb 13, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"हार्दिक  आभार  श्री  सचिन देव  जी  "

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-64

854 Feb 13, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

" दोहे  सराहने  के  लिए  हार्दिक  आभार आपका  आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी | "पतझर कैसे ठह…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-64

854 Feb 13, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"दोहें  सराहने  के  लिए  हार्दिक  आभार  आदरणीय योगराज  भाई  जी | हठ टंकण त्रुटी हो गई…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-64

854 Feb 13, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"हार्दिक  आभार  श्री सतविंदर कुमार  जी  "

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 13, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-64

854 Feb 13, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"अब हासिल सब कुहा कुहा सा -  जितनी बीती, कौंध रही है, आँखों में हर बात.. रात-भर.. भोर…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 12, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-64

854 Feb 13, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"सुंदर  दोहें  रचे  है श्री सचिन देव  जी - कड़क ठण्ड पर कोहरा, जब-जब बोलें आप        म…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 12, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-64

854 Feb 13, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"तब जीवन का सार (दोहें)   लेत विदाई कोहरा, आता देख बसंत, पतझर कैसे ठहरता, करे स्वयं ह…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 12, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-64

854 Feb 13, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"कुंडलिया  छंद में  प्रयास के  लिए बधाई | अभी थोडा  और  समय से दे - रौशनी हो कैदी,को…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 12, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-64

854 Feb 13, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"शीर्षक  को सार्थक  करती  सुंदर सार  छंद  रचने  के  लिए  बधाई श्री समर कबीर  साहब - छ…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 12, 2016 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-64

854 Feb 13, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

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Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
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