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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s Discussions (5,159)

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"तमस मिटाने अन्तस् का शब्द उजाला बनते हैंशुद्ध हवा ना हो रौशन वासर निशा गहनते हैं।क्य…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied May 14, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-67

620 May 15, 2016
Reply by Samar kabeer

"आ0 भाई विजय शंकर जी, प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है । हार्दिक बधाई स्वीकारें ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied May 14, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-67

620 May 15, 2016
Reply by Samar kabeer

"आ0 भाई समर जी , इस सुंदर गजल की प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाई ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied May 14, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-67

620 May 15, 2016
Reply by Samar kabeer

"बन्द आँखों में कोई अँधेरा नहीं होता उच्छृंखल उजालों की मनाही होती हैआ0 भाई सौरभ जी अ…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied May 14, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-67

620 May 15, 2016
Reply by Samar kabeer

"दोहे - -------एक तरफ नित रौशनी, तिमिर दूसरी ओर।माँ जब खोले आँख तब, होती जग में भोर।1…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied May 14, 2016 to "ओ.बी.ओ. लाइव महा उत्सव" अंक-67

620 May 15, 2016
Reply by Samar kabeer

"आ० राजेश दी, इस सूंदर ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई l"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Apr 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-70

717 Apr 23, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"आ० भाई समर जी , अभिवादन , उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक धन्यवाद ."

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Apr 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-70

717 Apr 23, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"आ० भाई अजित जी प्रशंसा के लिए आभार l"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Apr 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-70

717 Apr 23, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"आ०  भाई शेख शहज़ाद जी आभार l"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Apr 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-70

717 Apr 23, 2016
Reply by Saurabh Pandey

"आ० भाई तस्दीक अहमद जी सलाह के लिए आभार l"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Apr 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-70

717 Apr 23, 2016
Reply by Saurabh Pandey

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"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है हार्दिक बधाई।"
2 hours ago
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3 hours ago
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Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
" दतिया - भोपाल किसी मार्ग से आएँ छह घंटे तो लगना ही है. शुभ यात्रा. सादर "
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"सादा शीतल जल पियें, लिम्का कोला छोड़। गर्मी का कुछ है नहीं, इससे अच्छा तोड़।।......सच है शीतल जल से…"
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Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"  तुम हिम को करते तरल, तुम लाते बरसात तुम से हीं गति ले रहीं, मानसून की वात......सूरज की तपन…"
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Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"दोहों पर दोहे लिखे, दिया सृजन को मान। रचना की मिथिलेश जी, खूब बढ़ाई शान।। आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी…"
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Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"   आदरणीया प्रतिभा पाण्डे जी सादर, प्रस्तुत दोहे चित्र के मर्म को छू सके जानकर प्रसन्नता…"
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Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 167 in the group चित्र से काव्य तक
"   आदरणीय भाई शिज्जु शकूर जी सादर,  प्रस्तुत दोहावली पर उत्साहवर्धन के लिए आपका हृदय…"
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