For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s Discussions (5,177)

Discussions Replied To (4312) Replies Latest Activity

"आ. भाई सतविंद्र जी, हारदिक धन्यवाद।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Oct 28, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आ. भाई मनन जी, आभार ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Oct 28, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आ. भाई बलराम जी, सुंदर गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आ. भाई समर जी, अभिवादन । उपस्थिति से गजल का मान बढ़ाने के लिए हार्दिक धन्यवाद ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आ. भाई नीलेश जी, गजल का अनुमोदन करने और सुझाव के लिए आभार । तीसरे शेर को -"सावन जैसी…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आ. भाई पंकज जी सुंदर गजल हुई है । हार्दिक बधाई । सादर मुझे लगता है कि अचरज कैसा आग्म…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आ. भाई समर जी, बेशकीमती गजल के लिए हार्दिक बधाई ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आ. भाई मनन जी सुंदर गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आ. भाई नीलेश जी इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिए कोटि कोटि बधाई ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आ. भाई नादिर जी, सुंदर गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

बृजेश कुमार 'ब्रज' posted a blog post

गीत-आह बुरा हो कृष्ण तुम्हारा

सार छंद 16,12 पे यति, अंत में गागाअर्थ प्रेम का है इस जग मेंआँसू और जुदाईआह बुरा हो कृष्ण…See More
14 hours ago
Deepak Kumar Goyal is now a member of Open Books Online
14 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"धन्यवाद आ. बृजेश जी "
yesterday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"धन्यवाद आ. बृजेश जी "
yesterday
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"अपने शब्दों से हौसला बढ़ाने के लिए आभार आदरणीय बृजेश जी           …"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहेदुश्मनी हम से हमारे यार भी करते रहे....वाह वाह आदरणीय नीलेश…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"आदरणीय अजय जी किसानों के संघर्ष को चित्रित करती एक बेहतरीन ग़ज़ल के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आदरणीय नीलेश जी एक और खूबसूरत ग़ज़ल से रूबरू करवाने के लिए आपका आभार।    हरेक शेर…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय भंडारी जी बहुत ही खूब ग़ज़ल कही है सादर बधाई। दूसरे शेर के ऊला को ऐसे कहें तो "समय की धार…"
Wednesday
बृजेश कुमार 'ब्रज' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आदरणीय रवि शुक्ला जी रचना पटल पे आपका हार्दिक अभिनन्दन और आभार। लॉगिन पासवर्ड भूल जाने के कारण इतनी…"
Wednesday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"जी, ऐसा ही होता है हर प्रतिभागी के साथ। अच्छा अनुभव रहा आज की गोष्ठी का भी।"
Saturday
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"अनेक-अनेक आभार आदरणीय शेख़ उस्मानी जी। आप सब के सान्निध्य में रहते हुए आप सब से जब ऐसे उत्साहवर्धक…"
Saturday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service