For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s Discussions (4,806)

Discussions Replied To (4040) Replies Latest Activity

"चिंतित किसान सोचे, गिरवी रखा है सबकुछ हर बार की तरह फिर नुक्सान हो न जाए   बहुत सुं…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jan 26, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-91

272 Jan 27, 2018
Reply by surender insan

"आ. भाई अजय जी, एक अच्छी गजल से मंच का शुभारम्भ करने हेतु हार्दिक बधाई ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jan 26, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-91

272 Jan 27, 2018
Reply by surender insan

"दुनियाँ को नास्तिकता ईमान हो न जाएयारो खुदा से बढ़ कर शैतान हो न जाए।१। सम्वेदना दि…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jan 26, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-91

272 Jan 27, 2018
Reply by surender insan

"आ आ. भाई अशोक जी, उत्साहवर्धन के लिए आभार । दसरे दोहा यूँ पढ़ें। ज्ञानी जन कहते सदा,…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jan 13, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-87

411 Jan 13, 2018
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई अशोक जी, स्नेह व उत्साहवर्धन के लिए आभार ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jan 13, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-87

411 Jan 13, 2018
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई सतविंद्र जी, हार्दिक धन्यवाद ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jan 13, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-87

411 Jan 13, 2018
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई समर जी, सादर अभिवादन । उपस्थिति से गजल का मान बढ़ाने के लिए आभार । "

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jan 13, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-87

411 Jan 13, 2018
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई अफरोज जी, सुंदर गजल हुई है । हार्दिक बधाई ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jan 13, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-87

411 Jan 13, 2018
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई अखिलेश जी, हार्दिक आभार ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jan 13, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-87

411 Jan 13, 2018
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आ. भाई समर जी, अभिवादन। दोहों पर आपकी उपस्थिति से मान बढ़ाने के लिए धन्यवाद ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jan 13, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-87

411 Jan 13, 2018
Reply by मिथिलेश वामनकर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बहुत सुंदर अभिव्यक्ति हुई है आ. मिथिलेश भाई जी कल्पनाओं की तसल्लियों को नकारते हुए यथार्थ को…"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश भाई, निवेदन का प्रस्तुत स्वर यथार्थ की चौखट पर नत है। परन्तु, अपनी अस्मिता को नकारता…"
Thursday
Sushil Sarna posted blog posts
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार ।विलम्ब के लिए क्षमा सर ।"
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया .... गौरैया
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी । सहमत एवं संशोधित ।…"
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .प्रेम
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभार आदरणीय"
Monday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .मजदूर

दोहा पंचक. . . . मजदूरवक्त  बिता कर देखिए, मजदूरों के साथ । गीला रहता स्वेद से , हरदम उनका माथ…See More
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सुशील सरना जी मेरे प्रयास के अनुमोदन हेतु हार्दिक धन्यवाद आपका। सादर।"
Monday
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बेहतरीन 👌 प्रस्तुति सर हार्दिक बधाई "
Jun 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक मधुर प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सहमत एवं…"
Jun 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Jun 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Jun 2

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service