For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

धर्मेन्द्र शर्मा's Discussions (2,538)

Discussions Replied To (1706) Replies Latest Activity

" बहुत सुन्दर बृज भाई. हार्दिक बधाई स्वीकार कीजिये"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Sep 10, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ११ (Now Closed with 948 Replies)

948 Sep 11, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

" हा हा हा हा हा"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Sep 10, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ११ (Now Closed with 948 Replies)

948 Sep 11, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय सतीश मापतपुरी जी..बहुत ही सुमधुर गीत, प्रेम के देसी रंग से सराबोर... मुझे आज…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Sep 10, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ११ (Now Closed with 948 Replies)

948 Sep 11, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय साहिल जी, आपके अशार ने तो नि:शब्द ही कर दिया है. एक एक शेर इतनी टीस और पीड़ा…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Sep 10, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ११ (Now Closed with 948 Replies)

948 Sep 11, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीया लता जी...लैपटॉप बंद करके रखने ही वाला था कि आपकी इस ताज़ा प्रस्तुति पर नज़र प…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Sep 10, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ११ (Now Closed with 948 Replies)

948 Sep 11, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय डॉ. दानी जी, बहुत ही बेहतरीन काव्य रचना. पंक्तियों की हरेक जोड़ी एक जानी पहचा…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Sep 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ११ (Now Closed with 948 Replies)

948 Sep 11, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"वाह भाई अम्बरीश जी, आपने भी हाइकू की घनघोर घटा बरसा ही दी अंततः. बहुत सुन्दर और मनभा…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Sep 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ११ (Now Closed with 948 Replies)

948 Sep 11, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"भाई संजय जी, बहुत ही सुन्दर ग़ज़ल रची है आपने. सोने पर सुहागा ये की हम इसे आपकी वाण…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Sep 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ११ (Now Closed with 948 Replies)

948 Sep 11, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय डॉ. त्रिपाठी, प्रेम और विरह की विविध अवस्थाओं को बखूबी शब्द दिए हैं इस काव्य…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Sep 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ११ (Now Closed with 948 Replies)

948 Sep 11, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"आदरणीय सुरिन्दर रत्ती जी, एक और सुन्दर और प्रेम से सराबोर काव्य प्रस्तुति के लिए मै…"

धर्मेन्द्र शर्मा replied Sep 9, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ११ (Now Closed with 948 Replies)

948 Sep 11, 2011
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
2 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

देवता क्यों दोस्त होंगे फिर भला- लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२ **** तीर्थ जाना  हो  गया है सैर जब भक्ति का यूँ भाव जाता तैर जब।१। * देवता…See More
19 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey posted a blog post

कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ

२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
Sunday
Profile IconDr. VASUDEV VENKATRAMAN, Sarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
Saturday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब। रचना पटल पर नियमित उपस्थिति और समीक्षात्मक टिप्पणी सहित अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु…"
Friday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर अमूल्य सहभागिता और रचना पर समीक्षात्मक टिप्पणी हेतु…"
Friday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
Friday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सौरभ सर, आपको मेरा प्रयास पसंद आया, जानकार मुग्ध हूँ. आपकी सराहना सदैव लेखन के लिए प्रेरित…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय  लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार. बहुत…"
Friday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
Friday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"असमंजस (लघुकथा): हुआ यूॅं कि नयी सदी में 'सत्य' के साथ लिव-इन रिलेशनशिप के कड़वे अनुभव…"
Friday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service