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नादिर ख़ान's Discussions (1,566)

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"मंच संचालक जी से अनुरोध है की "झील सी आँखें, नदी होने लगी" के स्थान पर "आँख तेरी अ…"

नादिर ख़ान replied Feb 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-44

992 Feb 27, 2014
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय योगराज जी हौसला अफजाई के लिए शुक्रिया .. "आपकी पैनी निगाहों का असर  गलतियों म…"

नादिर ख़ान replied Feb 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-44

992 Feb 27, 2014
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय कल्पना जी, कोशिश को आपने सराहा बहुत शुक्रिया ...."

नादिर ख़ान replied Feb 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-44

992 Feb 27, 2014
Reply by Saurabh Pandey

"अदरणीय सौरभ जी हौसला अफजाई के लिए बहुत शुक्रिया .. हौसला जब यूँ बढ़ाया आपने  मेरे डर…"

नादिर ख़ान replied Feb 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-44

992 Feb 27, 2014
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय गिरिराज जी दिल की गहराई से आपका आभार .. बहुत शुक्रिया .. "

नादिर ख़ान replied Feb 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-44

992 Feb 27, 2014
Reply by Saurabh Pandey

"डूबता सूरज भी पूछे अब किसे शिष्टता क्यूँ मौसमी होने लगी   मन बिंधा घायल हुआ तो क्या…"

नादिर ख़ान replied Feb 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-44

992 Feb 27, 2014
Reply by Saurabh Pandey

"ज्यों ही मौसम में नमी होने लगी। खुशनुमा यह ज़िंदगी होने लगी।   उपवनों में देखकर ऋतुरा…"

नादिर ख़ान replied Feb 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-44

992 Feb 27, 2014
Reply by Saurabh Pandey

"इंतिज़ारी का मज़ा तो है मगर लम्हा लम्हा अब सदी होने लगी... था ख़यालों में तेरे डूबा हु…"

नादिर ख़ान replied Feb 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-44

992 Feb 27, 2014
Reply by Saurabh Pandey

"हादसे हतप्रभ बहुत हैं, देख कर--ज़िन्दग़ी फिर से खड़ी होने लगी !! रौशनी जुग्नू के भी तो…"

नादिर ख़ान replied Feb 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-44

992 Feb 27, 2014
Reply by Saurabh Pandey

"जब सियासत मज़हबी होने लगीदोस्तों में दुश्मनी होने लगी यूँ जली है भाईचारे की चिता  अम्…"

नादिर ख़ान replied Feb 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-44

992 Feb 27, 2014
Reply by Saurabh Pandey

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अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 170 in the group चित्र से काव्य तक
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सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 170 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश भाईजी, आपने इस प्रस्तुति को वास्तव में आवश्यक समय दिया है. हार्दिक बधाइयाँ स्वीकार…"
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सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 170 in the group चित्र से काव्य तक
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 170 in the group चित्र से काव्य तक
"आ. भाई अखिलेश जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त चित्र को साकार करते सुंदर छंद हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
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अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 170 in the group चित्र से काव्य तक
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