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विवेक मिश्र's Discussions (159)

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"/थाना कोर्ट कचहरी तक नौबत आती चार दिनों तक नहीं आजकल निभता प्रेम |/ /देहरादून मसूरी…"

विवेक मिश्र replied Dec 1, 2010 to "OBO लाइव महा इवेंट" अंक-2 (closed now)

1524 Dec 6, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

"/हर खामोशी का मतलब इनकार नही होता, हर नाकामयाबी का मतलब हार नही होता. तो क्या हुआ अग…"

विवेक मिश्र replied Dec 1, 2010 to "OBO लाइव महा इवेंट" अंक-2 (closed now)

1524 Dec 6, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

"और योगी सर. आप मूंछों के बाल सफ़ेद होने की बात करते हैं, तो बता रहा हूँ कि आजकल तो बच…"

विवेक मिश्र replied Dec 1, 2010 to "OBO लाइव महा इवेंट" अंक-2 (closed now)

1524 Dec 6, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

"गुरुदेव का तो हर शे'अर ही काबिल-ऐ-तारीफ होता है. पर ये शे'अर ख़ासा पसंद आया. बधाई हो.…"

विवेक मिश्र replied Dec 1, 2010 to "OBO लाइव महा इवेंट" अंक-2 (closed now)

1524 Dec 6, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

"/प्रेम तो बस प्रेम है, जीवन का ये पैगाम है, कहीं ये उगाता सूरज, कहीं पे करता शाम है/…"

विवेक मिश्र replied Dec 1, 2010 to "OBO लाइव महा इवेंट" अंक-2 (closed now)

1524 Dec 6, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

"भाई राणा जी. मान गए आपकी कलम को और आपके ख्यालों को. ग़ज़ल में नए-नए प्रयोग करना तो कोई…"

विवेक मिश्र replied Dec 1, 2010 to "OBO लाइव महा इवेंट" अंक-2 (closed now)

1524 Dec 6, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

"/आफ़ताब-ए-सुबह हो तुम, माहताब-ए-शाम हो, हो जहां तुम वाँ अंधेरों का भला क्या काम हो।/…"

विवेक मिश्र replied Dec 1, 2010 to "OBO लाइव महा इवेंट" अंक-2 (closed now)

1524 Dec 6, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

"यूँ तो सारी ही बेहतरीन हैं. पर नवीन सर- आपकी ये रुबाई मेरे दिल को भाई स्वीकारें हार्…"

विवेक मिश्र replied Dec 1, 2010 to "OBO लाइव महा इवेंट" अंक-2 (closed now)

1524 Dec 6, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

"/सदियाँ बीत जाती हैं पर खुदा नहीं मिलता जब मिले सनम तुमको वो साल अच्छा है/ गहरे भाव…"

विवेक मिश्र replied Dec 1, 2010 to "OBO लाइव महा इवेंट" अंक-2 (closed now)

1524 Dec 6, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

""प्रेम की चाहत-समर्पण"- इस एक संकरी सी पंक्ति में ही प्रेम का पूरा सार समाहित है. सु…"

विवेक मिश्र replied Dec 1, 2010 to "OBO लाइव महा इवेंट" अंक-2 (closed now)

1524 Dec 6, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

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Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"शेर क्रमांक 2 में 'जो बह्र ए ग़म में छोड़ गया' और 'याद आ गया' को स्वतंत्र…"
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Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"मुशायरा समाप्त होने को है। मुशायरे में भाग लेने वाले सभी सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार। आपकी…"
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Tilak Raj Kapoor updated their profile
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई जयहिन्द जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है और गुणीजनो के सुझाव से यह निखर गयी है। हार्दिक…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई विकास जी बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. मंजीत कौर जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है।गुणीजनो के सुझाव से यह और निखर गयी है। हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। मार्गदर्शन के लिए आभार।"
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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आदरणीय महेन्द्र कुमार जी, प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। समाँ वास्तव में काफिया में उचित नही…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. मंजीत कौर जी, हार्दिक धन्यवाद।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई तिलक राज जी सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, स्नेह और विस्तृत टिप्पणी से मार्गदर्शन के लिए…"
Sunday

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