For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

नादिर ख़ान's Discussions (1,553)

Discussions Replied To (1513) Replies Latest Activity

"किसने कहा था ? बेहिसाब इच्छायें पालने के लिये इच्छाओं को जीवन मरण का प्रश्न बनाने के…"

नादिर ख़ान replied May 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-55

925 May 10, 2015
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

".फिर मैं कैसे कह दूँ किमैं पूर्ण हूँ तुम बिन , खुश हूँ ,या तुम, मेरे बिन पूर्ण हो ,स…"

नादिर ख़ान replied May 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-55

925 May 10, 2015
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"शुक्रिया आदरणीय योगराज सर आपकी टिप्पणी से  कोशिश को बल मिला ।"

नादिर ख़ान replied May 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-55

925 May 10, 2015
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"अपेक्षा की उपेक्षा कियेअपने मद तुम चूर रहेहो उन्मुक्त और विलासीधरा ही जीवन भूल गये…"

नादिर ख़ान replied May 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-55

925 May 10, 2015
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"आदरणीय मोहन जी, आपने जिस खुले दिल से हौसला अफजाई की दिल बाग बाग हुआ ....आभार  "

नादिर ख़ान replied May 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-55

925 May 10, 2015
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"हौसला अफजाई का  बहुत शुक्रिया आदरणीय कांता जी ..............."

नादिर ख़ान replied May 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-55

925 May 10, 2015
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"क्षणिकाएँ  (एक)   चमचमाती मुँह चिड़ाती बड़ी - बड़ी इमारतें बड़े - बड़े मॉल .........   च…"

नादिर ख़ान replied May 9, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-55

925 May 10, 2015
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"कोई मेनका हो या उर्वशी, मेरे दिल को उससे न वास्तामेरी जान-ए-मन मेरी शायरी, कोई इसको…"

नादिर ख़ान replied Apr 24, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-58

328 Apr 25, 2015
Reply by Krish mishra 'jaan' gorakhpuri

"अदरणीय समर साहब आपकी हर गज़ल मुझे प्रभावित करती है इसे भी पढ़ कर मन तृप्त हुआ खूबसूरत…"

नादिर ख़ान replied Apr 24, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-58

328 Apr 25, 2015
Reply by Krish mishra 'jaan' gorakhpuri

"आदरणीय मिथिलेश जी क्या तारीफ करू और कितनी तारीफ करू इस खूबसूरत गज़ल की, मन मोह  लिया…"

नादिर ख़ान replied Apr 24, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-58

328 Apr 25, 2015
Reply by Krish mishra 'jaan' gorakhpuri

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Dr.Prachi Singh commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बहुत सुंदर अभिव्यक्ति हुई है आ. मिथिलेश भाई जी कल्पनाओं की तसल्लियों को नकारते हुए यथार्थ को…"
Friday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश भाई, निवेदन का प्रस्तुत स्वर यथार्थ की चौखट पर नत है। परन्तु, अपनी अस्मिता को नकारता…"
Thursday
Sushil Sarna posted blog posts
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार ।विलम्ब के लिए क्षमा सर ।"
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया .... गौरैया
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी । सहमत एवं संशोधित ।…"
Wednesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .प्रेम
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभार आदरणीय"
Jun 3
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .मजदूर

दोहा पंचक. . . . मजदूरवक्त  बिता कर देखिए, मजदूरों के साथ । गीला रहता स्वेद से , हरदम उनका माथ…See More
Jun 3

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सुशील सरना जी मेरे प्रयास के अनुमोदन हेतु हार्दिक धन्यवाद आपका। सादर।"
Jun 3
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बेहतरीन 👌 प्रस्तुति सर हार्दिक बधाई "
Jun 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक मधुर प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सहमत एवं…"
Jun 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Jun 2
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Jun 2

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service