For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

आप अपना बिचार दे क्या बापू के सोच के हिसाब से हम चल रहे हैं ,

आप अपना बिचार दे क्या बापू के सोच के हिसाब से हम चल रहे हैं , बापू ने अपना सुखमय जीवन देश पे समर्पित कर दी , और उन्हें क्या मिला गोली और हम उनके सपना को तार तार कर दिए ,
बापू के आज हैं जनम दिन ,
देख के हालत देश का ,
मन से आई आवाज ,
दिल तरप कर बोला ,
कही बम चले कही गोली ,
कोई खेले खून की होली ,
स्वर्ग में बैठे बापू देखे ,
हिंद में ये क्या हो रहा हैं ,
ऐसा सोचा न था ,
ऐसा सोचा न था ,

Views: 776

Reply to This

Replies to This Discussion

सर्वप्रथम तो ओपन बुक्स ऑनलाइन के मंच से इस चर्चा को शुरू करने के लिये आपका आभार, आज बापू के जन्म दिवस के अवसर पर यह विचारणीय विषय है कि क्या हम बापू द्वारा बताये रास्ते पर चल पा रहे है ? गुरु जी चुकी प्रथम आपने ही चर्चा कि शुरुआत करी है इसलिये सबसे पहले आप का मंतव्य आपेक्षित है |
बापू ने सत्य अहिंसा के राह पर चल कर देश की आजादी की कामना की और पूर्णतया सफल भी हुए , इनके बिपरीत नेता जी , आजाद , भगत सिंह इत्यादि देश भक्तो को नहीं भुला जा सकता मगर गाँधी जी ने जो रास्ता अपनाया अपना सब कुछ छोर कर देश हित में धोती धारण कर लिए , यह तक की समय के अनुरूप आचरण किये , उन्ही के नाम लेकर चलने वाली पार्टी कांग्रेश गाँधी जी की सोच के बिपरीत चल रही हैं , हमें मालूम हैं की हम गाँधी जी के पथ पर नहीं चल पाएंगे कारन हम ओ छमता नहीं हैं , मगर उनके आत्मा के सन्ति के लिए प्राथना तो कर सकते हैं " रघु पति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम जय रघु नंदन जय घनश्याम मुरली मनोहर राधे श्याम " अगर कुछ गलत लिखा होऊ तो माफ़ी चाहते हुए नमस्कार ,
bhayee achy khyaalaat hai ...


बाद मरने के जन्मदिन क्या मने
कोई मा फिर से ना क्यूं बापू जने
dhanyabad

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180
"गिरह के शेर में 'जहाँ जल्दबाज़ी में पहुँचे थे कल तुम' कहना सहज होता।  रदीफ़ क़ाफ़िया…"
15 minutes ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180
"जहां हम मिले थे, जहां से चले थे चलो वापसी उस डगर धीरे धीरे कहन की पूर्णता के लिये वाक्य रचना की…"
25 minutes ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन।उत्तम गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
41 minutes ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Ravi Shukla's blog post तरही ग़ज़ल
"आ. भाई रवि जी, सादर अभिवादन। उत्तम गजल हुई है हार्दिक बधाई।"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180
"जहां हम मिले थे, जहां से चले थेचलो वापसी उस डगर धीरे धीरे एक प्रभावशाली गजल हुई है आ. पूनम जी।…"
4 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post करेगी सुधा मित्र असर धीरे-धीरे -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई तिलकराज जी सादर अभिवादन। यह तरही से अलग है। इस पर आपसे मार्गदर्शन की अपेक्षा है। नेट की…"
5 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post करेगी सुधा मित्र असर धीरे-धीरे -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए आभार। मक्ता सुधारने का…"
5 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180
"तू पहले नदी  में  उतर धीरे-धीरेकटेगा तेरा फिर सफ़र धीरे-धीरे।१।*बहा ले न जाए सँभल तेज़…"
5 hours ago
Richa Yadav replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180
"122 122 122 122  मिटेगा जुदाई का डर धीरे धीरे करेगी मुहब्बत असर धीरे धीरे 1 भरोसा नहीं…"
6 hours ago
Poonam Matia replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180
"सुलगता रहा इक शरर धीरे धीरे जलाता रहा वो ये घर धीरे धीरे मचाया हवाओं ने कुहराम ऐसा गिरा टूट कर हर…"
15 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180
"रदीफ़ क़ाफ़िया में तो ऐसा कोई बंधन नहीं है इसलिये आपका प्रश्न स्पष्ट नहीं है। "
16 hours ago
Poonam Matia replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-180
"नमस्कारक्या तरही मिसरे में लिंग अनुसार बदलाव करसकते हैंक्यूंकि उसे मैं अपने अनुसार प्रयोग…"
17 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service