 नहीं रहे भारत के रत्न…
 नहीं रहे भारत के रत्न…
 पिताजी की डायरी से...
 स्मृति में.. 
 
 मेरे नगमे तुम्हारे लबो पर,
अचानक ही आते रहेंगें .
 एक गुजरी हुई जिंदगी में ,
फिरसे वापस बुलाते रहेगें.
 याद आयेगा तुमको सरोवर
और पीपल की सुन्दर ये छाया .
 ये बिल्डिंग खड़ी याद होगी ,
जिसको यादों में हमने बसाया .
 बरबस ये कहेंगे कहानी ,
और हम…
ContinueAdded by R N Tiwari on January 28, 2011 at 10:00am — 2 Comments
पिताजी की डायरी से.....
 
 नेता जी.
Added by R N Tiwari on January 26, 2011 at 12:13pm — 3 Comments
 
 Added by R N Tiwari on January 25, 2011 at 9:25pm — 1 Comment
Added by R N Tiwari on January 25, 2011 at 11:33am — 1 Comment
Added by R N Tiwari on January 24, 2011 at 10:00am — 13 Comments
 पिता जी की डायरी से....
 
 हाय भगवन क्या दिखाया ,
 शांति मन में विक्रांति लाकर .
 सरज का नव पुष्प कोमल ,  
 अग्नि ज्वाला में फसाकर,
 वेड ही दिवस महिना ,
 श्वेत ही वर्ण था निशा का,
 शास्त्र ही दिन शेष था.
 सूर्य था पश्चिम दिशा का.
 उत्साह का उस दिन था पहरा ,
 नयन सबही के खिले थे.
 एक वर वधु के व्याह में ,…
Added by R N Tiwari on January 23, 2011 at 6:30pm — 4 Comments
Added by R N Tiwari on January 20, 2011 at 5:30pm — No Comments
Added by R N Tiwari on January 19, 2011 at 4:30pm — 2 Comments
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