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chandramauli pachrangia
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गया प्याज सौ के पार तो जाएगी सरकार! व्यंग्य -चंद्रमौलि पचरंगिया पहले 20 फिर 40 और फिर 60 और 80 अभी 90 तक पहुंच गए भाव। जी हां ये हाल फिलहाल प्याज के हो रहे हैं।प्याज लोगों की आंखों में आंसू लाने का काम कर रहा है। पहले डीजल और फिर पेट्रोल के भावों ने खाया ताव।इसके बाद बारी आई प

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chirawa
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Chandramauli pachrangia's Blog

बस यूं ही

बस यूं ही

इत्तेफाक से



कभी हम मिले

कभी वो मिले

कुछ हम चले

कुछ वो चले



बस यूं ही

इत्तेफाक से



कभी हम बोले

कभी वो बोले

कभी हम सुने

कभी वो सुने



बस यूं ही

इत्तेफाक से



कभी हम देखें

कभी वो देखे

कुछ हम खुलें

कुछ वो खुलें



बस यूं ही

इत्तेफाक से



कभी हम सहे

कभी वो सहे

कहीं हम मुड़े

कहीं वो मुड़े



बस यूं ही

इत्तेफाक से



कुछ हम… Continue

Posted on December 9, 2016 at 12:19pm — 2 Comments

एक बेटी सो गई

सांस उसकी थम गई

एक बेटी सो गई।

पर अब जागा हिंदूस्तां

हर आंख नम हो गई।।

मैं सजा दिलाना चाहती हूं

उन दरिंदों को मां।

ताकि अपवित्र ना हो

फिर कोई दामिनी मां।।

हौंसला बुलंद देखा

कुछ पलों के होश में।

देशवासी न्याय मांगे

हर कोई आक्रोश में।।

तेरा बलिदान हमेशा याद रहेगा

अब मेरा हिंदूस्तां नहीं सहेगा।

यू हीं घूमते रहे गर दरिंदे

तो आक्रोश यूं ही कायम रहेगा।।

चिंगारी जो जल चुकी है

अब नहीं बुझने देना।

बेटी की मौत औ

अपमान का…

Continue

Posted on January 11, 2013 at 8:33pm — 4 Comments

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At 10:39pm on January 19, 2017,
सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर
said…

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार की ओर से आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें...

 
 
 

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