For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

seema agrawal's Discussions (721)

Discussions Replied To (18) Replies Latest Activity

सदस्य टीम प्रबंधन

"http://www.openbooksonline.com/group/chhand/forum/topics/5170231:Topic:300696 बृजेश…"

seema agrawal replied May 8, 2013 to नवगीत ( एक परिचर्चा)

123 Nov 10, 2014
Reply by Rahul Dangi Panchal

सदस्य टीम प्रबंधन

"मैंने शिल्प विधान से कोई छेड़खानी करने की बात नहीं कही है सौरभ जी और न ही मैं इसकी पक…"

seema agrawal replied May 8, 2013 to नवगीत ( एक परिचर्चा)

123 Nov 10, 2014
Reply by Rahul Dangi Panchal

सदस्य टीम प्रबंधन

"// सीमा जी आपने तो मुझे हतोत्साहित कर दिया। मुझे संगीत की तो बिलकुल भी समझ नहीं और ल…"

seema agrawal replied May 8, 2013 to नवगीत ( एक परिचर्चा)

123 Nov 10, 2014
Reply by Rahul Dangi Panchal

सदस्य टीम प्रबंधन

"आदरणीय बृजेश जी मैंने इस संदर्भ में अपनी बात अपनी तरफ से पूरी स्पष्टता के साथ कहने क…"

seema agrawal replied May 8, 2013 to नवगीत ( एक परिचर्चा)

123 Nov 10, 2014
Reply by Rahul Dangi Panchal

सदस्य टीम प्रबंधन

"सौरभ जी लय को प्रधान बनाने के साथ ही नवगीत ने एक स्पष्ट मंतव्य दिया है गीत गाने के ल…"

seema agrawal replied May 8, 2013 to नवगीत ( एक परिचर्चा)

123 Nov 10, 2014
Reply by Rahul Dangi Panchal

सदस्य टीम प्रबंधन

"वीनस जी के इस गीत की बहर पर ही मेरा एक गीत है जो इस मंच पर भी है दो पंक्तियाँ  उद्धृ…"

seema agrawal replied May 8, 2013 to नवगीत ( एक परिचर्चा)

123 Nov 10, 2014
Reply by Rahul Dangi Panchal

सदस्य टीम प्रबंधन

"वीनस जी मुझे लगता है अब हम इस गीत पर चर्चा किसी और स्थान पर करें ......वैसे कई बार प…"

seema agrawal replied May 8, 2013 to नवगीत ( एक परिचर्चा)

123 Nov 10, 2014
Reply by Rahul Dangi Panchal

सदस्य टीम प्रबंधन

"खूबसूरत दृश्य हम गढ़ते रहे,शब्द चित्रों की सफलता के लिए | मुखड़ा बहुत नया सा और रोचक…"

seema agrawal replied May 8, 2013 to नवगीत ( एक परिचर्चा)

123 Nov 10, 2014
Reply by Rahul Dangi Panchal

सदस्य टीम प्रबंधन

"एक सुलझा हुआ और नवगीत को उचित ढंग से परिभाषित करते हुये  इस आलेख के लिए हार्दिक बधाई…"

seema agrawal replied May 7, 2013 to नवगीत ( एक परिचर्चा)

123 Nov 10, 2014
Reply by Rahul Dangi Panchal

"सौरभ  जी गुरु जनो का काम गुरुजनों को ही शोभता है .........हम तो पीछे पीछे चल रहे हैं…"

seema agrawal replied Dec 17, 2012 to नवगीत /एक परिचय

14 Sep 5, 2013
Reply by गिरिराज भंडारी

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर आपने सर्वोत्तम रचना लिख कर मेरी आकांक्षा…"
8 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे... आँख मिचौली भवन भरे, पढ़ते   खाते    साथ । चुराते…"
8 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"माता - पिता की छाँव में चिन्ता से दूर थेशैतानियों को गाँव में हम ही तो शूर थे।।*लेकिन सजग थे पीर न…"
11 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे सखा, रह रह आए याद। करते थे सब काम हम, ओबीओ के बाद।। रे भैया ओबीओ के बाद। वो भी…"
14 hours ago
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"स्वागतम"
yesterday
धर्मेन्द्र कुमार सिंह posted a blog post

देवता चिल्लाने लगे हैं (कविता)

पहले देवता फुसफुसाते थेउनके अस्पष्ट स्वर कानों में नहीं, आत्मा में गूँजते थेवहाँ से रिसकर कभी…See More
yesterday
धर्मेन्द्र कुमार सिंह commented on धर्मेन्द्र कुमार सिंह's blog post देश की बदक़िस्मती थी चार व्यापारी मिले (ग़ज़ल)
"बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय,  मिथिलेश वामनकर जी एवं आदरणीय  लक्ष्मण धामी…"
yesterday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-185

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 185 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
Wednesday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ…See More
Wednesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, प्रस्तुति पर आपसे मिली शुभकामनाओं के लिए हार्दिक धन्यवाद ..  सादर"
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

आदमी क्या आदमी को जानता है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२२ कर तरक्की जो सभा में बोलता है बाँध पाँवो को वही छिप रोकता है।। * देवता जिस को…See More
Tuesday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
Monday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service