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harkirat heer's Discussions (144)

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"जी  .. ज़रूर ...सुधार कर लिया है आदरणीय  ....आप इसी तरह खामियों को इंगित करते रहें ..…"

harkirat heer replied Jul 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-73

835 Jul 23, 2016
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"  आदरणीय योगराज जी मत्ला कुछ सुधार के साथ ...पुनः देखें ... ले चले जब ग़मी, तीरगी की…"

harkirat heer replied Jul 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-73

835 Jul 23, 2016
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"गिरह तो आदरणीय प्रभाकर जी ने संतोषजनक  नहीं बताया .....आपने क्यों कहा ? ...:))"

harkirat heer replied Jul 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-73

835 Jul 23, 2016
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"सुझाव देते रहें आदरणीय सौरभ जी ...अभी समझने में वक्त लगेगा ...._/\_"

harkirat heer replied Jul 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-73

835 Jul 23, 2016
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"शुक्रिया आदरणीय योगराज जी कमियाँ बताने के लिए ....सुधार करती हूँ फिर से ....._/\_"

harkirat heer replied Jul 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-73

835 Jul 23, 2016
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"खुल कर बताएं आ. राजेश जी ... मैं समझ नहीं पाई ..."

harkirat heer replied Jul 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-73

835 Jul 23, 2016
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"दीप हँसता हुआ खुदबखुद बुझ गया चाँद जब चल दिया चाँदनी की तरफ़ ...गज़ब ....!!!! हम जिये…"

harkirat heer replied Jul 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-73

835 Jul 23, 2016
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"उठ गए जो कदम सरजमीं के लिए “हमने देखा नहीं जिन्दगी की तरफ” ... वाह ..वाह .... बहुत ख…"

harkirat heer replied Jul 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-73

835 Jul 23, 2016
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"  बेबसी में हमें जब ख़ुदा मिल गया l खुद कदम बढ़ गये बन्दग़ी की तरफl l...सुंदर ...."

harkirat heer replied Jul 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-73

835 Jul 23, 2016
Reply by Dr Ashutosh Mishra

"क्यूँ उजाला तुझे देखने आयेगा तुमने देखा कभी रोशनी की तरफ ?....वाह्ह्ह. चाँद को यूँ…"

harkirat heer replied Jul 22, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-73

835 Jul 23, 2016
Reply by Dr Ashutosh Mishra

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Saurabh Pandey commented on Sushil Sarna's blog post दोहा षष्ठक. . . . आतंक
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