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मिथिलेश वामनकर's Discussions (7,369)

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"आदरणीया रीता जी, बहुत अच्छी लघुकथा हुई है  जो व्यवस्था की कार्यप्रणाली से अनजान है उ…"

मिथिलेश वामनकर replied May 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-2 (विषय: पहचान)

882 May 31, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीय बागी सर,  एक प्रचलित से  विषय को उठाकर कमाल की ऊंचाई प्रदान कर दि आपने इस लघु…"

मिथिलेश वामनकर replied May 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-2 (विषय: पहचान)

882 May 31, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीय योगराज सर, दंगाई माहौल, अस्पताल, रक्त दाता की खोज आदि घटना क्रम का परिणाम "इस…"

मिथिलेश वामनकर replied May 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-2 (विषय: पहचान)

882 May 31, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"प्लेटफॉर्म पर एक चबूतरे के पास बैठने वाला भिखारी..... दरअसल यही उसकी असली पहचान थी ज…"

मिथिलेश वामनकर replied May 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-2 (विषय: पहचान)

882 May 31, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीया mrs manjari pandey जी, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार की ओर से आपको जन्मदिन की हार्…"

मिथिलेश वामनकर replied May 28, 2015 to खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

3552 Sep 14, 2024
Reply by अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी

"केवल एक मिनट है शायद "

मिथिलेश वामनकर replied May 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-59

680 May 23, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"मगर समय कहाँ है  ?"

मिथिलेश वामनकर replied May 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-59

680 May 23, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"हा हा हा  सूली का अहसास भी हो गया .... मेहनत कहाँ हुई पता ही नहीं चल रहा "

मिथिलेश वामनकर replied May 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-59

680 May 23, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय  Mukesh Kumar Saxena जी आयोजन में सहभागिता और इस भावपूर्ण प्रस्तुति हेतु हार्…"

मिथिलेश वामनकर replied May 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-59

680 May 23, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"इस शेर ने दिल छू लिया- भले आज मेरा समय भी नहीं है बदलना समय को ज़रा चाहता हूँ |  आद…"

मिथिलेश वामनकर replied May 23, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-59

680 May 23, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

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"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, प्रस्तुति पर आपसे मिली शुभकामनाओं के लिए हार्दिक धन्यवाद ..  सादर"
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२१२२/२१२२/२१२२ कर तरक्की जो सभा में बोलता है बाँध पाँवो को वही छिप रोकता है।। * देवता जिस को…See More
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आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
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"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
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देवता क्यों दोस्त होंगे फिर भला- लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२ **** तीर्थ जाना  हो  गया है सैर जब भक्ति का यूँ भाव जाता तैर जब।१। * देवता…See More
Nov 5

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Saurabh Pandey posted a blog post

कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ

२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
Nov 2
Profile IconDr. VASUDEV VENKATRAMAN, Sarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
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दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
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"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
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