For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Tilak Raj Kapoor's Discussions (2,067)

Discussions Replied To (1812) Replies Latest Activity

"अब वो समय तो बचा नहीं कि किसी श्रमजीवी को साहित्‍यकार मान ले कोई। कबीर, रैदास, सूरदा…"

Tilak Raj Kapoor replied Sep 11, 2011 to सदस्य सक्रिय क्यों नहीं होते

170 Sep 14, 2011
Reply by Ashwini Ramesh

"क्‍या ये कुछ ऐसा नहीं लग रहा कि कोई किसी पुस्त‍कालय का सदस्‍य बने और पुस्त‍कालय अपेक…"

Tilak Raj Kapoor replied Sep 11, 2011 to सदस्य सक्रिय क्यों नहीं होते

170 Sep 14, 2011
Reply by Ashwini Ramesh

"आपकी प्रतिक्रिया शब्‍दश: स्‍वीकार है हुजूर। एक रुचिकर बात कहूँ कि शासकीय सेवकों के आ…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 13, 2011 to दो गज़ ज़मीं भी ना मिली ............................

36 Jun 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"प्रश्‍न केवल सहमति अथवा असहमति का नहीं है। जो विचार बागी जी और सौरभ जी ने प्रस्‍तुत…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 13, 2011 to दो गज़ ज़मीं भी ना मिली ............................

36 Jun 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"विवादित पेंटिंग्‍स को लेकर व्‍यक्तिगत भावनायें हो सकती हैं, सामाजिक और राष्‍ट्रीय भी…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 12, 2011 to दो गज़ ज़मीं भी ना मिली ............................

36 Jun 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

"खुदा मकबूल साहब की रूह को जन्‍न्‍त अता करे। पहली बार उन्‍हें पेंटिंग बनाते देखा, नज़…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 11, 2011 to दो गज़ ज़मीं भी ना मिली ............................

36 Jun 21, 2011
Reply by Er. Ambarish Srivastava

प्रधान संपादक

"आप सबको बहुत बहुत बधाई सफ़ल आयोजन की। मेरी अनुपस्थिति के लिये क्षमाप्रार्थी हूँ। समय…"

Tilak Raj Kapoor replied Jun 11, 2011 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक ८ (सम्पादकीय रपट)

19 Jun 17, 2011
Reply by योगराज प्रभाकर

प्रधान संपादक

"एकजाई ग़ज़ल प्रस्‍तुत कर छूट गयी ग़ज़लें भी उपलब्‍ध करा दी हैं। आभार। उर्दू शायरी मे…"

Tilak Raj Kapoor replied May 31, 2011 to OBO लाइव तरही मुशायरा" अंक ११ में सम्मिलित सभी ग़ज़लें एक ही जगह

17 Apr 25, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"jaanleva ghazel. Mubarak."

Tilak Raj Kapoor replied May 30, 2011 to "OBO लाइव तरही मुशायरा" अंक-११(Now Close)

235 May 30, 2011
Reply by Hilal Badayuni

"विश्वास नहीं होता लेकिन हाथ कंगन को आरसी क्या और पढ़े लिखे को फ़ारसी क्या."

Tilak Raj Kapoor replied May 30, 2011 to "OBO लाइव तरही मुशायरा" अंक-११(Now Close)

235 May 30, 2011
Reply by Hilal Badayuni

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
Sunday
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
Sunday
Ravi Shukla commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश जी सबसे पहले तो इस उम्दा गजल के लिए आपको मैं शेर दर शेरों बधाई देता हूं आदरणीय सौरभ…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service