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Nilesh Shevgaonkar's Discussions (1,960)

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"धन्यवाद "

Nilesh Shevgaonkar replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बहुत बहुत धन्यवाद "

Nilesh Shevgaonkar replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"शुक्रिया .."

Nilesh Shevgaonkar replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"प्रतीक्षा रहेगी आदरणीय "

Nilesh Shevgaonkar replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"शिरक़त के लिए धन्यवाद,,, ग़ज़ल के कई पहलू अभी बहुत काम मांग रहे हैं... कई मिसरे लय छोड़…"

Nilesh Shevgaonkar replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"शिरक़त के लिए धन्यवाद,,, ग़ज़ल के कई पहलू अभी बहुत काम मांग रहे हैं... कई मिसरे लय छोड़…"

Nilesh Shevgaonkar replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"सुंदर ग़ज़ल के लिए बधाई चन्द पुराने पृष्ठ खुले जब फूल गुलाबी महके तो यहाँ तो को किसी स…"

Nilesh Shevgaonkar replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बचपन को उकेरती अच्छी ग़ज़ल हुई है ...एक दो बातों की ओर धान दिलाना चाहूँगा ..."सारा दिन…"

Nilesh Shevgaonkar replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"तेरे दीवाने शाइर को लुटे ख़ज़ाने याद आये, पैमाने होठों के, आँखों के मय-ख़ाने याद आये.…"

Nilesh Shevgaonkar replied Dec 23, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-78

563 Dec 24, 2016
Reply by मिथिलेश वामनकर

"शुरुआत मैंने की थी..ख़त्म भी मैं ही करता हूँ... शुभ रात्रि "

Nilesh Shevgaonkar replied Jun 26, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-72

782 Jun 26, 2016
Reply by Nilesh Shevgaonkar

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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई जयहिन्द जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है और गुणीजनो के सुझाव से यह निखर गयी है। हार्दिक…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई विकास जी बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. मंजीत कौर जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है।गुणीजनो के सुझाव से यह और निखर गयी है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-184
"आ. भाई दयाराम जी, सादर अभिवादन। मार्गदर्शन के लिए आभार।"
Sunday

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