For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

सूबे सिंह सुजान's Discussions (217)

Discussions Replied To (213) Replies Latest Activity

"राजेश कुमारी जी,                            आपका आभार..... हाँ ......पूछते हैं “सुजा…"

सूबे सिंह सुजान replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

" vandana, वंदना, जी आपका बहुत बहुत आभार। धन्यवाद।"

सूबे सिंह सुजान replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"सार्थक प3यास ,,  बधाई"

सूबे सिंह सुजान replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"चौथमल जी मुझे आपकी यह सकारात्मक रचना बहुत ही सुन्दर लगी। च्छे दिन आ गये हैं , करो सफ…"

सूबे सिंह सुजान replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"जितेन्द्रजी,  वो दिन अच्छे थे जो बीत गये उन दिनों से तो अच्छे लगने लगे हैं अपने-अपने…"

सूबे सिंह सुजान replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"वंदना जी, बहुत सार्थक  उदास किसानसूख रहे धानआसमान को तकतींउम्मीद भरी आँखेंकि अचानक ब…"

सूबे सिंह सुजान replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"विजय शंकर जी, अच्छी रचना पर बधाई। अच्छे लोग ही अच्छी बात करते हैं।"

सूबे सिंह सुजान replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"पिता के जाने के बाद जाना  ये रौनकें पिता ही भरते थे  हम बेटियों की साँसों में ......…"

सूबे सिंह सुजान replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"बहुत आस भरे अच्छे दिनों के लिये आपने सकारात्मक ग़ज़ल पेश की है हृादिक बधाई।   शोर ह…"

सूबे सिंह सुजान replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

"आज पहली तारीख है।   बहुत खूबसूरत कहा है."

सूबे सिंह सुजान replied Jan 16, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-51(Now Closed with 1020 Replies)

1020 Jan 17, 2015
Reply by Ashok Kumar Raktale

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Sushil Sarna posted blog posts
13 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। बेहतरीन गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

देवता क्यों दोस्त होंगे फिर भला- लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२ **** तीर्थ जाना  हो  गया है सैर जब भक्ति का यूँ भाव जाता तैर जब।१। * देवता…See More
Wednesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey posted a blog post

कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ

२१२२ २१२२ २१२२ जब जिये हम दर्द.. थपकी-तान देते कौन क्या कहता नहीं अब कान देते   आपके निर्देश हैं…See More
Sunday
Profile IconDr. VASUDEV VENKATRAMAN, Sarita baghela and Abhilash Pandey joined Open Books Online
Nov 1
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदाब। रचना पटल पर नियमित उपस्थिति और समीक्षात्मक टिप्पणी सहित अमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु…"
Oct 31
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"सादर नमस्कार। रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर अमूल्य सहभागिता और रचना पर समीक्षात्मक टिप्पणी हेतु…"
Oct 31
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेम

दोहा सप्तक. . . सागर प्रेमजाने कितनी वेदना, बिखरी सागर तीर । पीते - पीते हो गया, खारा उसका नीर…See More
Oct 31
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय उस्मानी जी एक गंभीर विमर्श को रोचक बनाते हुए आपने लघुकथा का अच्छा ताना बाना बुना है।…"
Oct 31

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सौरभ सर, आपको मेरा प्रयास पसंद आया, जानकार मुग्ध हूँ. आपकी सराहना सदैव लेखन के लिए प्रेरित…"
Oct 31

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय  लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार. बहुत…"
Oct 31

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-127 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी, आपने बहुत बढ़िया लघुकथा लिखी है। यह लघुकथा एक कुशल रूपक है, जहाँ…"
Oct 31

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service