For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

!!! गजल !!!
वज्न- 2122, 1212, 22

ऐ खुदा शहर की अदा क्या है।
आज बन्दा लुटा बता क्या है।।

दिल ने आहट सुना जवां जैसे।
तुम न आए अगर दुवा क्या है।।

जां में उल्फत सनम कसम खाये।
रब न मंजिल यहां मिला क्या है।।

शहर जल कर धुआं-धुआं नभ तक।
फिर न जाने सुबह हुआ क्या है।।

हम मिलेंगे वहां जहां ’सत्यम’।
अब तो नफरत भुला खता क्या है।।

के0पी0सत्यम/मौलिक व अप्रकाशित

Views: 616

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by वीनस केसरी on May 22, 2013 at 12:26am

अरुण अनंत जी
पिछले दिनों ओ बी ओ पर एक महत्वपूर्ण चर्चा हुई थी मुझे विश्वास है कि आप उसको देखने के लिए अपना कुछ कीमती समय निकाल सकेंगे, आपको बहुत कुछ स्पष्ट हो जायेगा
www.openbooksonline.com/group/gazal_ki_bateyn/forum/topics/5170231:...

मैं आपकी इस बात से सहमत हूँ कि ग़ज़ल पर केवल प्रसाद जी द्वारा और समय दिया जाता तो ग़ज़ल इससे कहीं बेहतर होती ...
वैसे ऐसी राइज जमीन पर कोशिश करना भी अपने आप में हौसले की बात है

Comment by राज लाली बटाला on May 21, 2013 at 9:37pm

khoob hai Kewal Prasad ji.  chlte rahiye !! 

Comment by अरुन 'अनन्त' on May 21, 2013 at 8:51pm

आदरणीय केवल भाई यदि किसी अपवाद के चलते यह संभव हुआ है तो अच्छा है परन्तु अभी तक जो मैंने पढ़ा है जैसे नज़र, शहर, जहर 12 ही होता है, और मैं स्वयं भी ऐसी ही उपयोग किया है अब तो मेरे लिए भी यह जानना अति आवश्यक हो गया है किंचित मैं ही तो कहीं किसी धोखे में तो नहीं. हार्दिक आभार भाई जी बताने हेतु.

Comment by केवल प्रसाद 'सत्यम' on May 21, 2013 at 8:45pm

आ0  अरून अनन्त भाई जी,   जी! पिछले तरही गजल महोत्सव में ’शहर’ पर काफी चर्चा हुई थी जिसमें आदरणीय वीनस भाई जी ने इसके मात्रा..शह..2 और ..र..1 बताई थी उसी को  ध्यान में रखकर ही यह प्रयोग किया है।  आ0 वीनस भाई जी के भी विचार जानना चाहूंगा।  कृपया अनुकम्पा करने की कृपा करें।  आपके स्नेह के लिए तहेदिल से हार्दिक आभार।  सादर

Comment by केवल प्रसाद 'सत्यम' on May 21, 2013 at 8:37pm

आ0  बृजेश भाई जी,   आपके स्नेह के लिए तहेदिल से हार्दिक आभार।  सादर

Comment by केवल प्रसाद 'सत्यम' on May 21, 2013 at 8:35pm

आ0  आशुतोष भाई जी,   आपके स्नेह और प्रसंशा के लिए आपका तहेदिल से हार्दिक आभार।  सादर

Comment by अरुन 'अनन्त' on May 21, 2013 at 2:52pm

केवल भाई थोड़ी जल्दबाजी कर गए, मजा आते आते रह गया, मेरी आदत न डालें मित्र हाहाहा मैं भी कुछ ज्यादा जल्दबाजी कर जाता हूँ. खैर प्रयास हेतु हार्दिक बधाई स्वीकारें.

!!! गजल !!!
वज्न- 2122, 1212, 22

२  १ २  १ २   

ऐ खुदा शहर ???? भाई मात्रा गिनती में गच्चा खा गए.

Comment by बृजेश नीरज on May 21, 2013 at 1:40pm

केवल भाई आपके इस प्रयास पर आपको हार्दिक बधाई!

Comment by Dr Ashutosh Vajpeyee on May 21, 2013 at 9:37am

सुंदर ग़ज़ल बहुत बधाई 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

अजय गुप्ता 'अजेय replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"आदरणीय योगराज जी, ओबीओ के प्रधान संपादक हैं और हम सब के सम्माननीय और आदरणीय हैं। उन्होंने जो भी…"
14 minutes ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आदरणीय अमीरुद्दीन साहब, आपने जो सुझाव बताए हैं वे वस्तुतः गजल को लेकर आपकी समृद्ध समझ और आपके…"
54 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . . उमर
"आदरणीय सुशील भाई , दोहों के लिए आपको हार्दिक बधाई , आदरणीय सौरभ भाई जी की सलाहों कर ध्यान…"
1 hour ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा से समृद्ध हुआ । "
1 hour ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय शिज्जू शकूर जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी "
1 hour ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई मुसाफ़िर जी आदाब अच्छी ग़ज़ल हुई है मुबारकबाद पेश करता हूँ।... मतले पर…"
2 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी commented on शिज्जु "शकूर"'s blog post ग़ज़ल: मुराद ये नहीं हमको किसी से डरना है
"आदरणीय शिज्जु "शकूर" जी आदाब अच्छी ग़ज़ल हुई है मुबारकबाद पेश करता हूँ, कुछ सुझाव पेश…"
2 hours ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"ऐसे😁😁"
14 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"अरे, ये तो कमाल  हो गया.. "
15 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"आदरणीय नीलेश भाई, पहले तो ये बताइए, ओबीओ पर टिप्पणी करने में आपने इमोजी कैसे इंफ्यूज की ? हम कई बार…"
15 hours ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"आपके फैन इंतज़ार में बूढे हो गए हुज़ूर  😜"
16 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post एक धरती जो सदा से जल रही है [ गज़ल ]
"आदरणीय लक्ष्मण भाई बहुत  आभार आपका "
18 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service