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रमेश कुमार चौहान's Discussions (806)

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"कमरा खिड़की गृहस्थी औ कोई दीवार परिजन होते साथ जब कहलाता परिवार परविार को बहुत सुंदर…"

रमेश कुमार चौहान replied Oct 11, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 36 (Now closed with 966 Replies)

966 Oct 13, 2013
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"नवीनता की होड़ में टूट रहे परिवारअब संयुक्त हैं विलुप्त एकल हैं स्वीकार// अति सुंदर ब…"

रमेश कुमार चौहान replied Oct 11, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 36 (Now closed with 966 Replies)

966 Oct 13, 2013
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"शिल्प और विषय के साथ न्याय करती रचना बधाई"

रमेश कुमार चौहान replied Oct 11, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 36 (Now closed with 966 Replies)

966 Oct 13, 2013
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"रचना की अंतिम पंक्ति रचना को गंभीरता प्रदान कर रही है । बहुत सुंदर बधई बधई"

रमेश कुमार चौहान replied Oct 11, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 36 (Now closed with 966 Replies)

966 Oct 13, 2013
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"एक साथ कई लक्ष्य को प्राप्त करती बहुआयामी रचना की है आपने । बधाई"

रमेश कुमार चौहान replied Oct 11, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 36 (Now closed with 966 Replies)

966 Oct 13, 2013
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"मेरी पहली प्रविष्टि हाइकू टूटता घर, अपना परिवार, स्नेह दुलार । रूठे अपने, टूट रहे…"

रमेश कुमार चौहान replied Oct 11, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक - 36 (Now closed with 966 Replies)

966 Oct 13, 2013
Reply by जितेन्द्र पस्टारिया

"आदरणीय वीनस सर, सादर अभिवादन, आपके "गजल की बाते" समूह में आपके आलेख पढकर गजल के मूलभ…"

रमेश कुमार चौहान replied Sep 28, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-39 (Now closed)

1230 Sep 29, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"मेरे माता पिता ही तीर्थ हैं हर धाम से पहलेचला थामे मैं उँगली उनकी नित हर काम से पहले…"

रमेश कुमार चौहान replied Sep 28, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-39 (Now closed)

1230 Sep 29, 2013
Reply by Saurabh Pandey

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लूटकर लोथड़े माँस के पीकर बूॅंद - बूॅंद रक्त डकारकर कतरा - कतरा मज्जाजब जानवर मना रहे होंगे…See More
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गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय सौरभ भाई , ग़ज़ल की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार , आपके पुनः आगमन की प्रतीक्षा में हूँ "
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सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय लक्ष्मण भाई ग़ज़ल की सराहना  के लिए आपका हार्दिक आभार "
yesterday
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"धन्यवाद आदरणीय "
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Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"धन्यवाद आदरणीय "
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Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय कपूर साहब नमस्कार आपका शुक्रगुज़ार हूँ आपने वक़्त दिया यथा शीघ्र आवश्यक सुधार करता हूँ…"
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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय आज़ी तमाम जी, बहुत सुन्दर ग़ज़ल है आपकी। इतनी सुंदर ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें।"
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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ​ग़ज़ल का प्रयास बहुत अच्छा है। कुछ शेर अच्छे लगे। बधई स्वीकार करें।"
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Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"सहृदय शुक्रिया ज़र्रा नवाज़ी का आदरणीय धामी सर"
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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ​आपकी टिप्पणी एवं प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।"
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