For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

kanta roy's Discussions (2,219)

Discussions Replied To (1839) Replies Latest Activity

"इंसानियत के आगे ध्वस्त होती मजहब की दीवारें ..... सुंदर और प्रेरक प्रंसग लिये सार्थक…"

kanta roy replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बिना नींव की दीवार ही होती है अक्सर दो भाईयों के बीच ..... बस जरा सा प्रयास करना होत…"

kanta roy replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"पढते ही दिल कह उठा ...वाह !!!!!! अद्भुत शैली .... सुंदर चित्रण .... हमें अभी बहुत सी…"

kanta roy replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीया अर्चना जी इस बेहतरीन लघुकथा के लिए हार्दिक बधाई"

kanta roy replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"सुंदर रचना आदरणीय जवाहर जी .... भाईयों में कितना भी मन मुटाव क्यों ना हो .... एक नन्…"

kanta roy replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बहुत सुंदर प्रस्तुति आदरणीय ज्योत्सना जी .... बधाई आपको ड"

kanta roy replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बिलकुल सच कहा है आपने कि चीन की दीवार सबसे ऊँची है .... नहीं , चीन की दीवार नहीं , ह…"

kanta roy replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"दरकती दीवारें चरित्र की ( द्वितीय लघुकथा दीवार शीर्षक पर ) सुदृढ़ दीवार सी चरित्रवान…"

kanta roy replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"कथा पसंद करने के लिए हृदय तल से नमन आपको आदरणीय श्री गणेश बागी जी । सही कहा है आपने…"

kanta roy replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"मेरा हौसला बढाने के लिए बहुत बहुत आभार आदरणीय पंकज जोशी जी"

kanta roy replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .प्रेम
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभार आदरणीय"
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .मजदूर

दोहा पंचक. . . . मजदूरवक्त  बिता कर देखिए, मजदूरों के साथ । गीला रहता स्वेद से , हरदम उनका माथ…See More
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सुशील सरना जी मेरे प्रयास के अनुमोदन हेतु हार्दिक धन्यवाद आपका। सादर।"
Monday
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बेहतरीन 👌 प्रस्तुति सर हार्दिक बधाई "
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक मधुर प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सहमत एवं…"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक ..रिश्ते
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी के भावों को आत्मीय मान से सम्मानित करने का दिल से आभार आदरणीय"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"आ. भाई आजी तमाम जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। उत्तम गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on AMAN SINHA's blog post काश कहीं ऐसा हो जाता
"आदरणीय अमन सिन्हा जी इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई स्वीकार करें। सादर। ना तू मेरे बीन रह पाता…"
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service