174 members
Description
Open Books Online परिवार के सब सदस्य लोगन से निहोरा बा कि भोजपुरी साहित्य और भोजपुरी से जुड़ल बात ऐह ग्रुप मे लिखी सभे ।
by Saurabh Pandey
on Wednesday
२२ २२ २२ २२
आपन पहिले नाता पाछानाहक गइनीं उनका पाछा
का दइबा का आङन मीलल राहू-केतू आगा-पाछा कवना बाग-बगइचा जाओपतझड़ लागल जेकरा पाछा सावन-भादों पानी-पानी -अँखिया कइलस, बदरा पाछा रूप-सिङार करीं का कइसेसीसा टूटल रउआ पाछा परदा में हलचल के निकहा दुनिया जानल पल्ला पाछा मंच सजल बा गजब भाव सेपढ़ीं लतीफा कविता पाछा***
दि०: १३/ अग०/ २५ मौलिक आ अप्रकासित
Cancel
भोजपुरी साहित्य
174 members
Description
Open Books Online परिवार के सब सदस्य लोगन से निहोरा बा कि भोजपुरी साहित्य और भोजपुरी से जुड़ल बात ऐह ग्रुप मे लिखी सभे ।
सदस्य टीम प्रबंधन
गजल - सीसा टूटल रउआ पाछा // --सौरभ
by Saurabh Pandey
on Wednesday
२२ २२ २२ २२
आपन पहिले नाता पाछा
नाहक गइनीं उनका पाछा
का दइबा का आङन मीलल
राहू-केतू आगा-पाछा
कवना बाग-बगइचा जाओ
पतझड़ लागल जेकरा पाछा
सावन-भादों पानी-पानी -
अँखिया कइलस, बदरा पाछा
रूप-सिङार करीं का कइसे
सीसा टूटल रउआ पाछा
परदा में हलचल के निकहा
दुनिया जानल पल्ला पाछा
मंच सजल बा गजब भाव से
पढ़ीं लतीफा कविता पाछा
***
दि०: १३/ अग०/ २५
मौलिक आ अप्रकासित