priya bade bhai मिथिलेश वामनकर, sahab,,aapke bare me jankar khushi hui,,mai abhi openbooksonline se naya juda hun..bus apko itna batana chahta hun ki apke bare me padhkar achha laga..mai fb me bhi hun drrupendra se link kariye ga..asha hai apse lagatar sampark rahega
आदरणीय मिथिलेश जी बहुत अच्छा लगा आप के विचार संस्कार रचना ब्लॉग को देख आप बैतूल से हैं १९८५- ८६ में मै भी वहां जब इटारसी नागपुर रेलवे विद्युतीकरण का काम हो रहा था तो निवास किया था याद आया सब घोड़ा डोंगरी बैतूल आमला आदि आप साहित्य क्षेत्र में जुड़े हैं समय निकाल रहे हैं ख़ुशी हुयी जय श्री राधे भ्रमर ५
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मिथिलेश वामनकर's Comments
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धन्यवाद ,आभार
धन्यबाद मिथिलेश जी
बहुत बहुत आभार आपका मिथलेश जी, मुझे अपने OBO परिवार में शामिल करने के लिए !!
आपने मुझे OBO परिवार में शामिल कर अनुग्रहीत किया - आपका हृदयतल से आभार !
obo me swikriti hetu sadar dhanywad
priya bade bhai मिथिलेश वामनकर, sahab,,aapke bare me jankar khushi hui,,mai abhi openbooksonline se naya juda hun..bus apko itna batana chahta hun ki apke bare me padhkar achha laga..mai fb me bhi hun drrupendra se link kariye ga..asha hai apse lagatar sampark rahega
आपने मुझे OBO परिवार में शामिल कर अनुग्रहीत किया - आपका हृदयतल से आभार व्यक्त करती हूं।
बहुत बहुत आभार आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी , विलम्ब के लिए छमा प्रार्थी हूँ |
आपने अपने परिवार में शामिल कर हमें अनुग्रहीत किया ,हृदय से आभार।
Govind Pandit धन्यवाद सर,
bahut bahut dhanyabad apka
आदरणीय मिथिलेश जी बहुत अच्छा लगा आप के विचार संस्कार रचना ब्लॉग को देख
आप बैतूल से हैं १९८५- ८६ में मै भी वहां जब इटारसी नागपुर रेलवे विद्युतीकरण का काम हो
रहा था तो निवास किया था याद आया सब घोड़ा डोंगरी बैतूल आमला आदि आप साहित्य
क्षेत्र में जुड़े हैं समय निकाल रहे हैं ख़ुशी हुयी
जय श्री राधे
भ्रमर ५
धन्यवाद बन्धु, आप मातृभाषा की जो सेवा इस अनूठे ढंग से कर रहे हैं, वह निश्चय ही प्रशंसनीय है | ईश्वर आपको हर श्रेय , सफलता और सुख प्रदान करें !
आदित्य रंजन पाठक
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