बारिश के मौसम में तनहा मन के अहसास को आपने कागज पे उकेरा है ,सबसे पहले आपको इसके लिए बधाई ..........और हमारी रचना पसंद आने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद .......
आशीष जी, मैने अभी चेक किया, आपका ११ ब्लॉग मौजूद है, यदि कोई ब्लॉग आप को नहीं मिल रहा है तो आप उस का शीर्षक लिखकर भेजे, मैं आपको लिंक भेज दूंगा |
धन्यवाद |
आशीष जी!
वन्दे मातरम.
आज अकस्मात् आपकी एक जिज्ञासा पर दृष्टि गयी. आपने 'अनीता' का अर्थ जानना चाहा था. मुझे शब्द कोशों में अनीता शब्द नहीं मिला. मिलते-जुलते अन्य शब्द निम्न हैं:
अनी = नोक. कोर, ग्लानी, कुसमय, समूह, सेना.
अनीत = अन्याय, दुर्व्यवहार, दुष्कर्म.
नीत = ग्रहण किया हुआ, प्राप्त, ले जाया गया.
सामान्यतः नाम शुभ अर्थ में रखे जाते हैं. अतः अंतिम अर्थ को लें तो नीत का स्त्रीलिंग नीता = जिसे ग्रहण किया जा चुका हो = विवाहित. अनीता = जिसे ग्रहण न किया गया हो = अविवाहित.
अन्य अर्थ शुभ न होने क कारण नामादि में ग्रहणीय नहीं हैं. आशा है समाधान होगा.
"महीने का सक्रिय सदस्य" चुने जाने पर मेरी भी बधाई स्वीकार करें |यूँ ही आपके सृजन रथ का कारवाँ चलता रहे यही कामना है |मुबारक हो धारदार लेखनी चलाते रहिये | आप आकाश की ऊँचाइयाँ चूमेंगे !!!! जय हो !!!!
आदरणीय Ashish Yadav जी,
सादर अभिवादन,
यह बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में आपकी सक्रियता को देखते हुए OBO प्रबंधन ने आपको "महीने का सक्रिय सदस्य" (Active Member of the Month) घोषित किया है, बधाई स्वीकार करे |
हम सभी उम्मीद करते है कि आपका प्यार इसी तरह से पूरे OBO परिवार को सदैव मिलता रहेगा |
आपका
एडमिन
ओपन बुक्स ऑनलाइन
OBO प्रबंधन द्वारा महीने के सक्रिय सदस्य चुने जाने पर बहुत बहुत बधाई.....आशा ही नही पूर्ण विस्वास है की आपका सहयोग हमलोगों को निरंतर इसी प्रकार मिलता रहेगा.....
प्रिय आशीष जी!
वन्दे मातरम.
हिन्दी के पुराने शब्दकोष में प्रियंका अथवा प्रियंक शब्द नहीं है.
हिन्दी समान्तर कोष (थिसारस) में प्रियंक/प्रियंका का अर्थ प्रसन्नताप्रद (पृष्ठ २१३), आनंदप्रद (पृष्ठ २१४) तथा कल्याणकारी (पृष्ठ ३७९) दिया गया है.
स्वागत है आशीष जी
"क्या पता होगा अपना ठिकाना कहाँ,
क्या करें तय की हमको है जाना कहाँ|
मंजिल सामने होके आवाज देगी,
वक़्त के रास्ते हमको आजमाएंगे|
कुछ समय में ......................."
आपकी लेखनी यथार्थ के धरातल पर समय की लकीर खींचती प्रतीत होती है बधाई.
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
आशीष यादव's Comments
Comment Wall (45 comments)
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aasish bhai aapko hamari rachna pasand aaee iske liye bahut bahut dhanyavaad.....
बारिश के मौसम में तनहा मन के अहसास को आपने कागज पे उकेरा है ,सबसे पहले आपको इसके लिए बधाई ..........और हमारी रचना पसंद आने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद .......
आशीष, मित्रता के लिये बहुत धन्यबाद. और आपकी रचनायें बहुत सुंदर हैं...बधाई व शुभ कामनायें.
सदस्य टीम प्रबंधनSaurabh Pandey said…
हार्दिक धन्यवाद मित्र. सहयोग और विश्वास परस्पर बना रहे.
धन्यवाद आशीष जी,,
आप सभी का स्नेह है ...
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
धन्यवाद |
वन्दे मातरम.
आज अकस्मात् आपकी एक जिज्ञासा पर दृष्टि गयी. आपने 'अनीता' का अर्थ जानना चाहा था. मुझे शब्द कोशों में अनीता शब्द नहीं मिला. मिलते-जुलते अन्य शब्द निम्न हैं:
अनी = नोक. कोर, ग्लानी, कुसमय, समूह, सेना.
अनीत = अन्याय, दुर्व्यवहार, दुष्कर्म.
नीत = ग्रहण किया हुआ, प्राप्त, ले जाया गया.
सामान्यतः नाम शुभ अर्थ में रखे जाते हैं. अतः अंतिम अर्थ को लें तो नीत का स्त्रीलिंग नीता = जिसे ग्रहण किया जा चुका हो = विवाहित. अनीता = जिसे ग्रहण न किया गया हो = अविवाहित.
अन्य अर्थ शुभ न होने क कारण नामादि में ग्रहणीय नहीं हैं. आशा है समाधान होगा.
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
सादर अभिवादन,
यह बताते हुए मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है कि ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार में आपकी सक्रियता को देखते हुए OBO प्रबंधन ने आपको "महीने का सक्रिय सदस्य" (Active Member of the Month) घोषित किया है, बधाई स्वीकार करे |
हम सभी उम्मीद करते है कि आपका प्यार इसी तरह से पूरे OBO परिवार को सदैव मिलता रहेगा |
आपका
एडमिन
ओपन बुक्स ऑनलाइन
बहुत बहुत बधाई हो....
CONGRATS ASHISH BHAI.....
वन्दे मातरम.
हिन्दी के पुराने शब्दकोष में प्रियंका अथवा प्रियंक शब्द नहीं है.
हिन्दी समान्तर कोष (थिसारस) में प्रियंक/प्रियंका का अर्थ प्रसन्नताप्रद (पृष्ठ २१३), आनंदप्रद (पृष्ठ २१४) तथा कल्याणकारी (पृष्ठ ३७९) दिया गया है.
"क्या पता होगा अपना ठिकाना कहाँ,
क्या करें तय की हमको है जाना कहाँ|
मंजिल सामने होके आवाज देगी,
वक़्त के रास्ते हमको आजमाएंगे|
कुछ समय में ......................."
आपकी लेखनी यथार्थ के धरातल पर समय की लकीर खींचती प्रतीत होती है बधाई.
aap sabhi itni muhabbato se nawaaz rahe hai aur mujhe nibha bhi rahe hai
Apni Dosti se Nawaazne ka Bahut-Bahut Shukariya 'Ashiah Jee'...!! -Julie :-)
http://www.openbooksonline.com/group/bhojpuri_sahitya
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आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
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