Comments - कुण्डलिया (लोक पर्व "छठ पूजा") - Open Books Online2024-03-29T11:26:11Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A995714&xn_auth=noआद0 भाई सतविंदर जी सादर अभिवा…tag:www.openbooksonline.com,2019-11-07:5170231:Comment:9956742019-11-07T17:19:11.890Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 भाई सतविंदर जी सादर अभिवादन। आपकी प्रशंशा मनोहारी है। हृदय तल से आभार आपका।</p>
<p>आद0 भाई सतविंदर जी सादर अभिवादन। आपकी प्रशंशा मनोहारी है। हृदय तल से आभार आपका।</p> आदरणीय सुरेन्द्रनाथ जी सादर न…tag:www.openbooksonline.com,2019-11-05:5170231:Comment:9959102019-11-05T01:50:05.376Zसतविन्द्र कुमार राणाhttp://www.openbooksonline.com/profile/28fn40mg3o5v9
<p>आदरणीय सुरेन्द्रनाथ जी सादर नमन, सुन्दर कुण्डलिया </p>
<p>आदरणीय सुरेन्द्रनाथ जी सादर नमन, सुन्दर कुण्डलिया </p> आद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम…tag:www.openbooksonline.com,2019-11-04:5170231:Comment:9957342019-11-04T15:03:56.306Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम,, रचना पोस्ट करने के बाद से ही आपकी प्रतिक्रिया का मुझे सदैव ििएंटीजार रहता है। आपकी बारीक नजर रचना के सुधारने में अहम रोल अदा करता है। रचना पर आपकी प्रतिक्रिया के लिए कोटिश आभार व्यक्त करता हूँ। सादर</p>
<p>आद0 समर कबीर साहब सादर प्रणाम,, रचना पोस्ट करने के बाद से ही आपकी प्रतिक्रिया का मुझे सदैव ििएंटीजार रहता है। आपकी बारीक नजर रचना के सुधारने में अहम रोल अदा करता है। रचना पर आपकी प्रतिक्रिया के लिए कोटिश आभार व्यक्त करता हूँ। सादर</p> आद0 लक्ष्मण धामी मुसाफिर जी स…tag:www.openbooksonline.com,2019-11-04:5170231:Comment:9955022019-11-04T14:58:52.882Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
आद0 लक्ष्मण धामी मुसाफिर जी सादर अभिवादन,, रचना पर गरिमामयी उपस्थिति और खूबसूरत प्रतिक्रिया के लिए कोटिश आभार व्यक्त करता हूँ।सादर
आद0 लक्ष्मण धामी मुसाफिर जी सादर अभिवादन,, रचना पर गरिमामयी उपस्थिति और खूबसूरत प्रतिक्रिया के लिए कोटिश आभार व्यक्त करता हूँ।सादर जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आद…tag:www.openbooksonline.com,2019-11-04:5170231:Comment:9957282019-11-04T09:32:01.724ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आदाब,अच्छा कयडलिया छन्द लिखा आपने,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब सुरेन्द्र नाथ सिंह जी आदाब,अच्छा कयडलिया छन्द लिखा आपने,बधाई स्वीकार करें ।</p> आ. भाई सुरेंद्र जी, छठ पर्व प…tag:www.openbooksonline.com,2019-11-04:5170231:Comment:9956302019-11-04T04:19:40.226Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई सुरेंद्र जी, छठ पर्व पर सुंदर दोहे हुए हैं । हार्दिक बधाई।</p>
<p>आ. भाई सुरेंद्र जी, छठ पर्व पर सुंदर दोहे हुए हैं । हार्दिक बधाई।</p>