Comments - फ़िर वही राग (क्षणिकायें) - Open Books Online2024-03-29T09:54:28Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A994908&xn_auth=noआद0 शेख शहज़ाद उस्मानी साहब सा…tag:www.openbooksonline.com,2019-11-01:5170231:Comment:9954702019-11-01T07:55:17.242Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 शेख शहज़ाद उस्मानी साहब सादर अभिवादन। बढ़िया रचना दिए को आधार बना कर। इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार कीजिये।</p>
<p>आद0 शेख शहज़ाद उस्मानी साहब सादर अभिवादन। बढ़िया रचना दिए को आधार बना कर। इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार कीजिये।</p> आदाब। मेरी ब्लॉग पोस्ट पर उपस…tag:www.openbooksonline.com,2019-10-31:5170231:Comment:9952772019-10-31T16:41:31.332ZSheikh Shahzad Usmanihttp://www.openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>आदाब। मेरी ब्लॉग पोस्ट पर उपस्थित होकर अपनी राय से वाक़िफ़ कराने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय शरद सिंह 'विनोद' साहिब। कृपया अपनी बात विस्तार से कहियेगा।</p>
<p>आदाब। मेरी ब्लॉग पोस्ट पर उपस्थित होकर अपनी राय से वाक़िफ़ कराने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय शरद सिंह 'विनोद' साहिब। कृपया अपनी बात विस्तार से कहियेगा।</p> आदाब। मेरी इन रचनाओं पर समय द…tag:www.openbooksonline.com,2019-10-31:5170231:Comment:9955432019-10-31T16:39:24.024ZSheikh Shahzad Usmanihttp://www.openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>आदाब। मेरी इन रचनाओं पर समय देकर मुझे प्रोत्साहित करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय समर कबीर साहिब।</p>
<p>आदाब। मेरी इन रचनाओं पर समय देकर मुझे प्रोत्साहित करने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया आदरणीय समर कबीर साहिब।</p> जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदा…tag:www.openbooksonline.com,2019-10-28:5170231:Comment:9948762019-10-28T10:27:00.822ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदाब,अच्छी क्षणिकाएँ लिखीं आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब शैख़ शहज़ाद उस्मानी जी आदाब,अच्छी क्षणिकाएँ लिखीं आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> क्या सिर्फ दीपक तले अँधेरा?
प…tag:www.openbooksonline.com,2019-10-27:5170231:Comment:9950932019-10-27T16:14:11.316ZSHARAD SINGH "VINOD"http://www.openbooksonline.com/profile/Sharadsinghvinod
क्या सिर्फ दीपक तले अँधेरा?<br />
पूर्वाग्रह से कब आता है सबेरा....
क्या सिर्फ दीपक तले अँधेरा?<br />
पूर्वाग्रह से कब आता है सबेरा....