Comments - एक ग़ज़ल इस्लाह के लिए - Open Books Online2024-03-28T15:07:35Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A964913&xn_auth=noआदरणीय समर कबीर साहब बहुत बहु…tag:www.openbooksonline.com,2019-01-24:5170231:Comment:9709232019-01-24T04:19:59.091Zमनोज अहसासhttp://www.openbooksonline.com/profile/ManojkumarAhsaas
<p>आदरणीय समर कबीर साहब बहुत बहुत आभार</p>
<p>इस मिसरे में टाइप करते समय न छूट गया </p>
<p>आदरणीय सुर्खाब बशर और आदरणीय आशुतोष मिश्रा जी हार्दिक आभार सादर</p>
<p>आदरणीय समर कबीर साहब बहुत बहुत आभार</p>
<p>इस मिसरे में टाइप करते समय न छूट गया </p>
<p>आदरणीय सुर्खाब बशर और आदरणीय आशुतोष मिश्रा जी हार्दिक आभार सादर</p> भाई मनोज जी उम्दा रचना के लिए…tag:www.openbooksonline.com,2018-12-12:5170231:Comment:9650772018-12-12T11:22:54.332ZDr Ashutosh Mishrahttp://www.openbooksonline.com/profile/DrAshutoshMishra
<p>भाई मनोज जी उम्दा रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें सादर </p>
<p>भाई मनोज जी उम्दा रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें सादर </p> जनाब मनोज कुमार जी उम्दा ग़ज…tag:www.openbooksonline.com,2018-12-07:5170231:Comment:9649452018-12-07T16:06:37.349ZSurkhab Basharhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurkhabBashar
<p>जनाब मनोज कुमार जी उम्दा ग़ज़ल पढ़ने को मिली </p>
<p>बहुत बहुत मुबारक बाद</p>
<p>जनाब मनोज कुमार जी उम्दा ग़ज़ल पढ़ने को मिली </p>
<p>बहुत बहुत मुबारक बाद</p> जनाब मनोज अहसास जी आदाब,ग़ज़ल क…tag:www.openbooksonline.com,2018-12-07:5170231:Comment:9648672018-12-07T15:09:59.547ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब मनोज अहसास जी आदाब,ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p></p>
<p>' <span>तन्हाइयों से दर्द का रिश्ता नया था'</span></p>
<p><span>ये मिसरा लय में नहीं है,देखियेगा ।</span></p>
<p>जनाब मनोज अहसास जी आदाब,ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p></p>
<p>' <span>तन्हाइयों से दर्द का रिश्ता नया था'</span></p>
<p><span>ये मिसरा लय में नहीं है,देखियेगा ।</span></p>