Comments - पहल - लघुकथा - - Open Books Online2024-03-29T14:55:17Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A960871&xn_auth=noहार्दिक आभार आदरणीय विजय निको…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-19:5170231:Comment:9613952018-11-19T08:31:16.532ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय विजय निकोरे जी।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय विजय निकोरे जी।</p> बेह्तरीन, कसी हुई लघु कथा के…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-18:5170231:Comment:9616262018-11-18T22:11:37.644Zvijay nikorehttp://www.openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>बेह्तरीन, कसी हुई लघु कथा के लिए हार्द्क बधाई भाई तेज वीर सिंह जी</p>
<p>बेह्तरीन, कसी हुई लघु कथा के लिए हार्द्क बधाई भाई तेज वीर सिंह जी</p> हार्दिक आभार आदरणीय डिम्पल गौ…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-16:5170231:Comment:9610592018-11-16T04:01:44.567ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/1s58pxlpw5cga" class="fn url">डिम्पल गौड़ 'अनन्या</a> जी।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/1s58pxlpw5cga" class="fn url">डिम्पल गौड़ 'अनन्या</a> जी।</p> हार्दिक आभार आदरणीय नीलम जी।tag:www.openbooksonline.com,2018-11-16:5170231:Comment:9610582018-11-16T04:01:01.951ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय नीलम जी।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय नीलम जी।</p> सार्थक संदेश प्रस्तुत करती बे…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-15:5170231:Comment:9611442018-11-15T15:39:25.407Zडिम्पल गौड़http://www.openbooksonline.com/profile/1s58pxlpw5cga
<p>सार्थक संदेश प्रस्तुत करती बेहतरीन लघुकथा ।</p>
<p>सार्थक संदेश प्रस्तुत करती बेहतरीन लघुकथा ।</p> आदरणीय तेजवीर सिंह जी, अच्छी…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-15:5170231:Comment:9612222018-11-15T10:52:12.976ZNeelam Upadhyayahttp://www.openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p> आदरणीय तेजवीर सिंह जी, अच्छी संदेशपरक लघुकथा की प्रस्तुति पैर हार्दिक बधाई स्वीकार करें। </p>
<p> आदरणीय तेजवीर सिंह जी, अच्छी संदेशपरक लघुकथा की प्रस्तुति पैर हार्दिक बधाई स्वीकार करें। </p> हार्दिक आभार आदरणीय राज़ नवाद…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-14:5170231:Comment:9611282018-11-14T14:07:09.017ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/RazNawadwi" class="fn url">राज़ नवादवी</a> जी।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/RazNawadwi" class="fn url">राज़ नवादवी</a> जी।</p> आदरणीय तेजवीर सिंह साहब, नमस्…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-14:5170231:Comment:9609042018-11-14T09:11:34.588Zराज़ नवादवीhttp://www.openbooksonline.com/profile/RazNawadwi
<p>आदरणीय तेजवीर सिंह साहब, नमस्ते. सुन्दर लघुकथा लिखी आपने, हार्दिक बधाई स्वीकार करें. सच है, अच्छाई को परिभाषित करने का सही तरीका स्वयं अच्छा बन जाना है, आपकी कहानी से ये बात बड़े सुन्दर ढंग से व्यक्त होती है. सादर. </p>
<p>आदरणीय तेजवीर सिंह साहब, नमस्ते. सुन्दर लघुकथा लिखी आपने, हार्दिक बधाई स्वीकार करें. सच है, अच्छाई को परिभाषित करने का सही तरीका स्वयं अच्छा बन जाना है, आपकी कहानी से ये बात बड़े सुन्दर ढंग से व्यक्त होती है. सादर. </p> आदरणीय तेजवीर सिंह साहब, नमस्…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-14:5170231:Comment:9609022018-11-14T09:11:34.164Zराज़ नवादवीhttp://www.openbooksonline.com/profile/RazNawadwi
<p>आदरणीय तेजवीर सिंह साहब, नमस्ते. सुन्दर लघुकथा लिखी आपने, हार्दिक बधाई स्वीकार करें. सच है, अच्छाई को परिभाषित करने का सही तरीका स्वयं अच्छा बन जाना है, आपकी कहानी से ये बात बड़े सुन्दर ढंग से व्यक्त होती है. सादर. </p>
<p>आदरणीय तेजवीर सिंह साहब, नमस्ते. सुन्दर लघुकथा लिखी आपने, हार्दिक बधाई स्वीकार करें. सच है, अच्छाई को परिभाषित करने का सही तरीका स्वयं अच्छा बन जाना है, आपकी कहानी से ये बात बड़े सुन्दर ढंग से व्यक्त होती है. सादर. </p> हार्दिक आभार आदरणीय समर क़बीर…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-14:5170231:Comment:9609832018-11-14T08:34:08.251ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय समर क़बीर साहब जी।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय समर क़बीर साहब जी।</p>