Comments - भाई दूज - Open Books Online2024-03-29T15:31:11Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A960004&xn_auth=noआदरणीया नीलम जी, एक अरसे बाद…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-14:5170231:Comment:9609902018-11-14T11:48:42.071ZSaurabh Pandeyhttp://www.openbooksonline.com/profile/SaurabhPandey
<p></p>
<p>आदरणीया नीलम जी, एक अरसे बाद आपकी रचना से ग़ुज़रना हो रहा है. आपकी रचना का स्वागत है.</p>
<p>कविता का कथ्य भावमय है. रचना के कवित्व को तनिक और निखार दिया जा सकता था. </p>
<p>कृपया नियमित रहें और सतत रचनाकर्म करते चलें. </p>
<p>सादर</p>
<p></p>
<p></p>
<p>आदरणीया नीलम जी, एक अरसे बाद आपकी रचना से ग़ुज़रना हो रहा है. आपकी रचना का स्वागत है.</p>
<p>कविता का कथ्य भावमय है. रचना के कवित्व को तनिक और निखार दिया जा सकता था. </p>
<p>कृपया नियमित रहें और सतत रचनाकर्म करते चलें. </p>
<p>सादर</p>
<p></p> आदरणीया नीलम उपाध्याय जी आदाब…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-12:5170231:Comment:9607812018-11-12T07:19:03.385Zराज़ नवादवीhttp://www.openbooksonline.com/profile/RazNawadwi
<p><span>आदरणीया नीलम उपाध्याय जी आदाब,बहुत ही सुंदर कविता हुई है,इस प्रस्तुति पर मेरी हार्दिक बधाई। सादर। </span></p>
<p><span>आदरणीया नीलम उपाध्याय जी आदाब,बहुत ही सुंदर कविता हुई है,इस प्रस्तुति पर मेरी हार्दिक बधाई। सादर। </span></p> आदरणीय समर कबीर जी, उत्साहवर्…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-12:5170231:Comment:9607032018-11-12T06:11:28.928ZNeelam Upadhyayahttp://www.openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीय समर कबीर जी, उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक आभार। </p>
<p>आदरणीय समर कबीर जी, उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक आभार। </p> मुहतरमा नीलम उपाध्याय जी आदाब…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-11:5170231:Comment:9609452018-11-11T13:13:46.448ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>मुहतरमा नीलम उपाध्याय जी आदाब,अच्छी कविता हुई है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>मुहतरमा नीलम उपाध्याय जी आदाब,अच्छी कविता हुई है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी,…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-09:5170231:Comment:9605202018-11-09T04:47:30.183ZNeelam Upadhyayahttp://www.openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, आप जैसे गुणी जनो का मार्ग दर्शन बहुत भाग्य से प्राप्त होता है। रचना की तारीफ के लिए बहुत बहुत आभार । </p>
<p>आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, आप जैसे गुणी जनो का मार्ग दर्शन बहुत भाग्य से प्राप्त होता है। रचना की तारीफ के लिए बहुत बहुत आभार । </p> आदाब। बहुत ही शिक्षाप्रद व बढ…tag:www.openbooksonline.com,2018-11-08:5170231:Comment:9603132018-11-08T15:19:04.167ZSheikh Shahzad Usmanihttp://www.openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>आदाब। बहुत ही शिक्षाप्रद व बढ़िया संदेशवाहक सृजन। हार्दिक बधाई आदरणीया<strong>नीलम उपाध्याय</strong> साहिबा। /झगडे =झगड़े/, /ह्रदय = हृदय/। इन्हीं पंक्तियों में से बढ़िया <strong>हाइकु</strong> सृजित हो सकते हैं। यथा <strong>: / भाई का भाल, अक्षत कुमकुम, आशीष-स्नेह/</strong></p>
<p>आदाब। बहुत ही शिक्षाप्रद व बढ़िया संदेशवाहक सृजन। हार्दिक बधाई आदरणीया<strong>नीलम उपाध्याय</strong> साहिबा। /झगडे =झगड़े/, /ह्रदय = हृदय/। इन्हीं पंक्तियों में से बढ़िया <strong>हाइकु</strong> सृजित हो सकते हैं। यथा <strong>: / भाई का भाल, अक्षत कुमकुम, आशीष-स्नेह/</strong></p>