Comments - अस्त व्यस्त -लघुकथा - - Open Books Online2024-03-29T08:22:01Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A952476&xn_auth=noहार्दिक आभार आदरणीय नीलम उपाध…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-13:5170231:Comment:9530012018-10-13T13:32:15.376ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय नीलम उपाध्याय जी।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय नीलम उपाध्याय जी।</p> आदरणीय तेजवीर सिंह जी, अच्छी…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-13:5170231:Comment:9528962018-10-13T10:41:48.968ZNeelam Upadhyayahttp://www.openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीय तेजवीर सिंह जी, अच्छी लघुकथा का सृजन। बहुत बहुत बधाई.</p>
<p>आदरणीय तेजवीर सिंह जी, अच्छी लघुकथा का सृजन। बहुत बहुत बधाई.</p> हार्दिक आभार आदरणीय सुरेन्द्र…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-13:5170231:Comment:9528792018-10-13T07:16:15.872ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh" class="fn url">सुरेन्द्र नाथ सिंह 'कुशक्षत्रप</a> जी।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh" class="fn url">सुरेन्द्र नाथ सिंह 'कुशक्षत्रप</a> जी।</p> हार्दिक आभार आदरणीय बृजेश कुम…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-13:5170231:Comment:9528782018-10-13T07:15:01.868ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/brijeshkumar" class="fn url">बृजेश कुमार 'ब्रज'</a> जी।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय <a href="http://www.openbooksonline.com/profile/brijeshkumar" class="fn url">बृजेश कुमार 'ब्रज'</a> जी।</p> आद0 तेजवीर सिंह जी सादर अभिवा…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-13:5170231:Comment:9528712018-10-13T05:35:19.468Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 तेजवीर सिंह जी सादर अभिवादन। बेहतरीन सीख देती लघुकथा के लिए हृदय तल से बधाई देता हूँ। सादर</p>
<p>आद0 तेजवीर सिंह जी सादर अभिवादन। बेहतरीन सीख देती लघुकथा के लिए हृदय तल से बधाई देता हूँ। सादर</p> बढ़िया संदेशप्रद लघु कथा आदरणी…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-13:5170231:Comment:9527982018-10-13T02:08:49.643Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://www.openbooksonline.com/profile/brijeshkumar
<p>बढ़िया संदेशप्रद लघु कथा आदरणीय..</p>
<p>बढ़िया संदेशप्रद लघु कथा आदरणीय..</p> हार्दिक आभार आदरणीय समर क़बीर…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-12:5170231:Comment:9526842018-10-12T10:13:43.031ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय समर क़बीर साहब जी।आदाब।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय समर क़बीर साहब जी।आदाब।</p> जनाब तेजवीर सिंह जी आदाब,अच्छ…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-12:5170231:Comment:9528412018-10-12T08:57:04.500ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब तेजवीर सिंह जी आदाब,अच्छी लघुकथा हुई है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब तेजवीर सिंह जी आदाब,अच्छी लघुकथा हुई है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> हार्दिक आभार आदरणीय शेख उस्मा…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-12:5170231:Comment:9527542018-10-12T05:16:28.412ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक आभार आदरणीय शेख उस्मानी जी।</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय शेख उस्मानी जी।</p> अस्त-व्यस्तता से उथल-पुथल ; आ…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-11:5170231:Comment:9526022018-10-11T14:47:44.873ZSheikh Shahzad Usmanihttp://www.openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>अस्त-व्यस्तता से उथल-पुथल ; आइने से रूबरू; दर्पण से साक्षात्कार वाया स्वस्थ्य स्तंभ नानाजान! बहुत बढ़िया कथ्य के साथ बढ़िया प्रेरक/बोध रचना। हार्दिक बधाई आदरणीय तेजवीर सिंह साहिब। मेरे विचार से शीर्षक कोई बेहतर भी हो सकता है और आरंभिक सात-आठ पंक्तियों को एक पंक्ति या सहज संवाद में समायोजित किया जा सकता है। सादर।</p>
<p>अस्त-व्यस्तता से उथल-पुथल ; आइने से रूबरू; दर्पण से साक्षात्कार वाया स्वस्थ्य स्तंभ नानाजान! बहुत बढ़िया कथ्य के साथ बढ़िया प्रेरक/बोध रचना। हार्दिक बधाई आदरणीय तेजवीर सिंह साहिब। मेरे विचार से शीर्षक कोई बेहतर भी हो सकता है और आरंभिक सात-आठ पंक्तियों को एक पंक्ति या सहज संवाद में समायोजित किया जा सकता है। सादर।</p>