Comments - अपराधबोध-लघुकथा - Open Books Online2024-03-28T13:46:13Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A951702&xn_auth=noबहुत बहुत आभार आ अजय तिवारी ज…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-10:5170231:Comment:9525732018-10-10T12:30:21.950Zविनय कुमारhttp://www.openbooksonline.com/profile/vinayakumarsingh
<p>बहुत बहुत आभार आ अजय तिवारी जी इस टिपण्णी के लिए</p>
<p>बहुत बहुत आभार आ अजय तिवारी जी इस टिपण्णी के लिए</p> आदरणीय विनय जी, ये कथा कविता…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-10:5170231:Comment:9525672018-10-10T11:45:14.469ZAjay Tiwarihttp://www.openbooksonline.com/profile/AjayTiwari
<p>आदरणीय विनय जी, ये कथा कविता की सरहदों को छू रही है. एक और बेहतरीन लघुकथा के लिए हार्दिक बधाई.</p>
<p>आदरणीय विनय जी, ये कथा कविता की सरहदों को छू रही है. एक और बेहतरीन लघुकथा के लिए हार्दिक बधाई.</p> रचना के मर्म को समझकर टिपण्णी…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-09:5170231:Comment:9524172018-10-09T08:31:06.727Zविनय कुमारhttp://www.openbooksonline.com/profile/vinayakumarsingh
<p><span>रचना के मर्म को समझकर टिपण्णी के लिए बहुत बहुत आभार आ नीलम उपाध्याय जी</span></p>
<p><span>रचना के मर्म को समझकर टिपण्णी के लिए बहुत बहुत आभार आ नीलम उपाध्याय जी</span></p> आदरणीय विनय कुमार, अच्छी लघुक…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-08:5170231:Comment:9521682018-10-08T06:37:49.124ZNeelam Upadhyayahttp://www.openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीय विनय कुमार, अच्छी लघुकथा। प्रस्तुति के लिए बधाई स्वीकार करें। </p>
<p>आदरणीय विनय कुमार, अच्छी लघुकथा। प्रस्तुति के लिए बधाई स्वीकार करें। </p> बहुत बहुत आभार आ मुहरतम समर क…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-06:5170231:Comment:9520462018-10-06T08:46:53.707Zविनय कुमारhttp://www.openbooksonline.com/profile/vinayakumarsingh
<p>बहुत बहुत आभार आ मुहरतम समर कबीर साहब</p>
<p>बहुत बहुत आभार आ मुहरतम समर कबीर साहब</p> जनाब विनय कुमार जी आदाब,बहुत…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-06:5170231:Comment:9520342018-10-06T06:09:47.569ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब विनय कुमार जी आदाब,बहुत उम्दा लघुकथा हुई है,इस प्रसृति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब विनय कुमार जी आदाब,बहुत उम्दा लघुकथा हुई है,इस प्रसृति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> लघुकथा के मर्म तक पहुंचकर उसप…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-05:5170231:Comment:9522142018-10-05T13:56:15.326Zविनय कुमारhttp://www.openbooksonline.com/profile/vinayakumarsingh
<p>लघुकथा के मर्म तक पहुंचकर उसपर प्रोत्साहित करनेवाली टिपण्णी के लिए बहुत बहुत आभार आ शेख शहज़ाद उस्मानी साहब</p>
<p>लघुकथा के मर्म तक पहुंचकर उसपर प्रोत्साहित करनेवाली टिपण्णी के लिए बहुत बहुत आभार आ शेख शहज़ाद उस्मानी साहब</p> ऐसा अपराधबोध हर उस इंसान को अ…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-05:5170231:Comment:9520262018-10-05T12:04:26.365ZSheikh Shahzad Usmanihttp://www.openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p>ऐसा अपराधबोध हर उस इंसान को अक्सर होता है जो भागमभाग और स्वार्थलोलुपता और भ्रष्टाचार के वातावरण में भी नेक राह पर चलकर सच्चा योगदान कर ज़रूरतमंदों की यथासंभव मदद करना चाहते हैं। इस रचना के लिए हार्दिक बधाई आदरणीय विनय कुमार साहिब।</p>
<p>ऐसा अपराधबोध हर उस इंसान को अक्सर होता है जो भागमभाग और स्वार्थलोलुपता और भ्रष्टाचार के वातावरण में भी नेक राह पर चलकर सच्चा योगदान कर ज़रूरतमंदों की यथासंभव मदद करना चाहते हैं। इस रचना के लिए हार्दिक बधाई आदरणीय विनय कुमार साहिब।</p> बहुत बहुत आभार आ तेज वीर सिंह…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-04:5170231:Comment:9519572018-10-04T13:59:08.346Zविनय कुमारhttp://www.openbooksonline.com/profile/vinayakumarsingh
<p>बहुत बहुत आभार आ तेज वीर सिंह जी</p>
<p>बहुत बहुत आभार आ तेज वीर सिंह जी</p> हार्दिक बधाई आदरणीय विनय कुमा…tag:www.openbooksonline.com,2018-10-04:5170231:Comment:9519052018-10-04T12:00:48.529ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय विनय कुमार जी।मनोविज्ञान आधारित सुन्दर लघुकथा।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय विनय कुमार जी।मनोविज्ञान आधारित सुन्दर लघुकथा।</p>