Comments - ग़ज़ल _ घर की बर्बादी के हालात नज़र आते हैं |0 - Open Books Online2024-03-28T20:49:38Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A943543&xn_auth=noमुहतरम जनाब विजय निको रे साहि…tag:www.openbooksonline.com,2018-08-08:5170231:Comment:9440082018-08-08T08:09:37.933ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मुहतरम जनाब विजय निको रे साहिब , ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p>
<p>मुहतरम जनाब विजय निको रे साहिब , ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p> इस अच्छी गज़ल के लिए हार्दिक ब…tag:www.openbooksonline.com,2018-08-08:5170231:Comment:9437782018-08-08T07:45:58.946Zvijay nikorehttp://www.openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>इस अच्छी गज़ल के लिए हार्दिक बधाई, आदरणीय तस्दीक जी</p>
<p>इस अच्छी गज़ल के लिए हार्दिक बधाई, आदरणीय तस्दीक जी</p> मुहतरम जनाब तेज वीर साहिब ,…tag:www.openbooksonline.com,2018-08-07:5170231:Comment:9438082018-08-07T17:15:02.644ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मुहतरम जनाब तेज वीर साहिब , ग़ज़ल पर आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p>
<p>मुहतरम जनाब तेज वीर साहिब , ग़ज़ल पर आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p> जनाब बसंत कुमार साहिब, ग़ज़ल…tag:www.openbooksonline.com,2018-08-07:5170231:Comment:9437692018-08-07T17:14:30.704ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब बसंत कुमार साहिब, ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p>
<p>जनाब बसंत कुमार साहिब, ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p> मुह तरमा नीलम साहिबा , ग़ज़ल…tag:www.openbooksonline.com,2018-08-07:5170231:Comment:9436962018-08-07T17:14:00.416ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मुह तरमा नीलम साहिबा , ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p>
<p>मुह तरमा नीलम साहिबा , ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p> हार्दिक बधाई आदरणीय तस्दीक अह…tag:www.openbooksonline.com,2018-08-07:5170231:Comment:9435012018-08-07T14:07:18.617ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय तस्दीक अहमद खान साहब जी।बेहतरीन गज़ल।</p>
<p><span>जिनके वादों ने हसीं ख्वाब दिखाए मुझको </span><br/><span>उफ़ बदलते हुए वो बात नज़र आ ते हैं |</span></p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय तस्दीक अहमद खान साहब जी।बेहतरीन गज़ल।</p>
<p><span>जिनके वादों ने हसीं ख्वाब दिखाए मुझको </span><br/><span>उफ़ बदलते हुए वो बात नज़र आ ते हैं |</span></p> वाह बहुत सुंदर गजल हुई है , ब…tag:www.openbooksonline.com,2018-08-07:5170231:Comment:9434962018-08-07T10:10:19.721Zबसंत कुमार शर्माhttp://www.openbooksonline.com/profile/37vrpfxgzfdi8
<p>वाह बहुत सुंदर गजल हुई है , बहुत बहुत बधाई आपको </p>
<p>वाह बहुत सुंदर गजल हुई है , बहुत बहुत बधाई आपको </p> आदरणीय तस्दीक़ अहमद खान साहब,…tag:www.openbooksonline.com,2018-08-07:5170231:Comment:9435902018-08-07T06:44:25.806ZNeelam Upadhyayahttp://www.openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>आदरणीय तस्दीक़ अहमद खान साहब, बहुत ही उम्दा ग़ज़ल की पेशकश । मुबारकबाद कुबूल करें।</p>
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<p>आदरणीय तस्दीक़ अहमद खान साहब, बहुत ही उम्दा ग़ज़ल की पेशकश । मुबारकबाद कुबूल करें।</p>
<p> </p> जनाब रवि भाई साहिब, ग़ज़ल पर…tag:www.openbooksonline.com,2018-08-07:5170231:Comment:9434842018-08-07T02:25:50.387ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब रवि भाई साहिब, ग़ज़ल पर आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p>
<p>जनाब रवि भाई साहिब, ग़ज़ल पर आपकी खूबसूरत प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p> जनाब नवीन साहिब, ग़ज़ल पसंद क…tag:www.openbooksonline.com,2018-08-07:5170231:Comment:9435872018-08-07T02:24:57.013ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब नवीन साहिब, ग़ज़ल पसंद करने और आपकी हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p>
<p>जनाब नवीन साहिब, ग़ज़ल पसंद करने और आपकी हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया I </p>