Comments - ग़ज़ल (न मुँह को फेर के यूं आप जाएं ईद के दिन) - Open Books Online2024-03-29T08:09:28Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A934102&xn_auth=noमुहतरम जनाब विजय निकोरे साहिब…tag:www.openbooksonline.com,2018-06-19:5170231:Comment:9351422018-06-19T12:51:23.948ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मुहतरम जनाब विजय निकोरे साहिब , ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया |</p>
<p>मुहतरम जनाब विजय निकोरे साहिब , ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया |</p> आपकी गज़ल पढ़ कर आनन्द आ गया ।…tag:www.openbooksonline.com,2018-06-19:5170231:Comment:9350572018-06-19T11:36:22.065Zvijay nikorehttp://www.openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>आपकी गज़ल पढ़ कर आनन्द आ गया । हार्दिक बधाई।</p>
<p>आपकी गज़ल पढ़ कर आनन्द आ गया । हार्दिक बधाई।</p> मुह तरमा रक्षीता साहिबा आ दाब…tag:www.openbooksonline.com,2018-06-19:5170231:Comment:9345902018-06-19T04:05:15.557ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मुह तरमा रक्षीता साहिबा आ दाब , ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया |</p>
<p>मुह तरमा रक्षीता साहिबा आ दाब , ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया |</p> मुहतरम जनाब तेज वीर साहिब, ग़…tag:www.openbooksonline.com,2018-06-19:5170231:Comment:9345892018-06-19T04:03:43.051ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मुहतरम जनाब तेज वीर साहिब, ग़ज़ल पर आपकी सुंदर प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई और ईद की मुबारक बादी का बहुत बहुत शुक्रिया |</p>
<p>मुहतरम जनाब तेज वीर साहिब, ग़ज़ल पर आपकी सुंदर प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई और ईद की मुबारक बादी का बहुत बहुत शुक्रिया |</p> आदरणीय तस्दीक़ डी नमस्कार, सुन…tag:www.openbooksonline.com,2018-06-19:5170231:Comment:9345842018-06-19T02:25:24.244Zरक्षिता सिंहhttp://www.openbooksonline.com/profile/RakshitaSingh
<p>आदरणीय तस्दीक़ डी नमस्कार,<br/> सुन्दर रचना...बहुत बहुत बधाई ।।</p>
<p>आदरणीय तस्दीक़ डी नमस्कार,<br/> सुन्दर रचना...बहुत बहुत बधाई ।।</p> ईद के पावन अवसर पर बेहद खूबसू…tag:www.openbooksonline.com,2018-06-19:5170231:Comment:9345822018-06-19T02:15:09.554ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>ईद के पावन अवसर पर बेहद खूबसूरत गज़ल। हार्दिक बधाई आदरणीय तस्दीक अहमद खान साहब जी।साथ ही आपको ईद की मुबारकबाद।</p>
<p><span>वतन में एकता क़ायम हो भाई चारा बढ़े </span><br/><span>ख़ुदा से मांगिए मिल कर दुआएँ ईद के दिन |</span></p>
<p>ईद के पावन अवसर पर बेहद खूबसूरत गज़ल। हार्दिक बधाई आदरणीय तस्दीक अहमद खान साहब जी।साथ ही आपको ईद की मुबारकबाद।</p>
<p><span>वतन में एकता क़ायम हो भाई चारा बढ़े </span><br/><span>ख़ुदा से मांगिए मिल कर दुआएँ ईद के दिन |</span></p> जनाब भाई लक्ष्मण धामी साहिब ,…tag:www.openbooksonline.com,2018-06-18:5170231:Comment:9350072018-06-18T00:55:45.276ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब भाई लक्ष्मण धामी साहिब , ग़ज़ल पर आपकी सुंदर प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया |</p>
<p>जनाब भाई लक्ष्मण धामी साहिब , ग़ज़ल पर आपकी सुंदर प्रतिक्रिया और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया |</p> जी,बहतर है ।tag:www.openbooksonline.com,2018-06-17:5170231:Comment:9344772018-06-17T16:07:56.410ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जी,बहतर है ।</p>
<p>जी,बहतर है ।</p> आ. भाई तस्दीक अहमद जी, ईद के…tag:www.openbooksonline.com,2018-06-17:5170231:Comment:9345522018-06-17T16:05:43.373Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई तस्दीक अहमद जी, ईद के मौके पर बेहतरीन गजल हुयी है । हार्दिक बधाई ।</p>
<p>आ. भाई तस्दीक अहमद जी, ईद के मौके पर बेहतरीन गजल हुयी है । हार्दिक बधाई ।</p> मुहतरम जनाब समर साहिब आदाब ,…tag:www.openbooksonline.com,2018-06-17:5170231:Comment:9345512018-06-17T10:10:23.958ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मुहतरम जनाब समर साहिब आदाब , ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया | शेर 2 उला मिसरा यूं कर लिया है "अकेले हम ख़ुशी कैसे मनाएँ ईद के दिन " </p>
<p>मुहतरम जनाब समर साहिब आदाब , ग़ज़ल में आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई का बहुत बहुत शुक्रिया | शेर 2 उला मिसरा यूं कर लिया है "अकेले हम ख़ुशी कैसे मनाएँ ईद के दिन " </p>