Comments - मजदूर के दोहे - लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर - Open Books Online2024-03-28T14:15:59Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A927776&xn_auth=noआ0 लक्ष्मण धामी जी बहुत सुंद…tag:www.openbooksonline.com,2018-05-06:5170231:Comment:9296102018-05-06T11:04:05.933ZNaveen Mani Tripathihttp://www.openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 लक्ष्मण धामी जी बहुत सुंदर प्रस्तुति । लाजवाब दोहे ।</p>
<p>आ0 लक्ष्मण धामी जी बहुत सुंदर प्रस्तुति । लाजवाब दोहे ।</p> आ. भाई विजय जी, सादर अभिवादन…tag:www.openbooksonline.com,2018-05-05:5170231:Comment:9282332018-05-05T01:39:31.094Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई विजय जी, सादर अभिवादन । उपस्थिति से दोहों का मान बढ़ाने के लिए आभार।</p>
<p>आ. भाई विजय जी, सादर अभिवादन । उपस्थिति से दोहों का मान बढ़ाने के लिए आभार।</p> बहुत ही सुन्दर दोहे। हार्दिक…tag:www.openbooksonline.com,2018-05-05:5170231:Comment:9282312018-05-05T00:51:49.683Zvijay nikorehttp://www.openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>बहुत ही सुन्दर दोहे। हार्दिक बधाई, आदरणीय लक्ष्मण जी</p>
<p>बहुत ही सुन्दर दोहे। हार्दिक बधाई, आदरणीय लक्ष्मण जी</p> आ. भाई आशुतोष जी, दोहों पर उप…tag:www.openbooksonline.com,2018-05-03:5170231:Comment:9280262018-05-03T13:33:46.773Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई आशुतोष जी, दोहों पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक धन्यवाद ।</p>
<p>आ. भाई आशुतोष जी, दोहों पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक धन्यवाद ।</p> आदरणीय लक्ष्मण ही मजदूरो के य…tag:www.openbooksonline.com,2018-05-03:5170231:Comment:9279442018-05-03T12:28:39.578ZDr Ashutosh Mishrahttp://www.openbooksonline.com/profile/DrAshutoshMishra
<p>आदरणीय लक्ष्मण ही मजदूरो के यथार्थ का चित्रण बखूबी किया है आपने इस रचना के लिए हरदुक बधाई स्वीकार करें सादर</p>
<p>आदरणीय लक्ष्मण ही मजदूरो के यथार्थ का चित्रण बखूबी किया है आपने इस रचना के लिए हरदुक बधाई स्वीकार करें सादर</p> आ. भाई नीलेश जी, इस स्नेह के…tag:www.openbooksonline.com,2018-05-03:5170231:Comment:9278832018-05-03T07:50:33.829Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई नीलेश जी, इस स्नेह के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई नीलेश जी, इस स्नेह के लिए आभार ।</p> आ. लक्ष्मण जी.अच्छे दोहे हु…tag:www.openbooksonline.com,2018-05-03:5170231:Comment:9280102018-05-03T05:22:45.049ZNilesh Shevgaonkarhttp://www.openbooksonline.com/profile/NileshShevgaonkar
<p>आ. लक्ष्मण जी.<br/>अच्छे दोहे हुए हैं ...इस प्रस्तुति के लिए आपको बधाई <br/>सादर </p>
<p>आ. लक्ष्मण जी.<br/>अच्छे दोहे हुए हैं ...इस प्रस्तुति के लिए आपको बधाई <br/>सादर </p> आ. भाई आरिफ जी, उत्साहवर्धन क…tag:www.openbooksonline.com,2018-05-03:5170231:Comment:9279272018-05-03T01:35:58.295Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई आरिफ जी, उत्साहवर्धन के लिए आभार। त्रुटियों का संज्ञान ले लिया है सादर।</p>
<p>आ. भाई आरिफ जी, उत्साहवर्धन के लिए आभार। त्रुटियों का संज्ञान ले लिया है सादर।</p> आदरणीय लक्ष्मण धामी जी आदाब,…tag:www.openbooksonline.com,2018-05-02:5170231:Comment:9279202018-05-02T13:14:41.358ZMohammed Arifhttp://www.openbooksonline.com/profile/MohammedArif
<p>आदरणीय लक्ष्मण धामी जी आदाब,</p>
<p> मज़दूर दिवस पर मज़दूरों की व्यथा को रेखांकित करते बहुत ही बढ़िया दोहे । हार्दिक बधाई स्वीकार करें । गुणीजनों की बातों का संज्ञान लें ।</p>
<p>आदरणीय लक्ष्मण धामी जी आदाब,</p>
<p> मज़दूर दिवस पर मज़दूरों की व्यथा को रेखांकित करते बहुत ही बढ़िया दोहे । हार्दिक बधाई स्वीकार करें । गुणीजनों की बातों का संज्ञान लें ।</p> आ. भाई समर जी, चौथे में आपका…tag:www.openbooksonline.com,2018-05-02:5170231:Comment:9279172018-05-02T09:22:06.617Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई समर जी, चौथे में आपका सझाव ही उत्तम है । सादर</p>
<p>आ. भाई समर जी, चौथे में आपका सझाव ही उत्तम है । सादर</p>