Comments - क्षितिज - Open Books Online2024-03-29T15:53:11Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A926279&xn_auth=noबहुत सुन्दर ढंग से बात कही है…tag:www.openbooksonline.com,2018-04-27:5170231:Comment:9266662018-04-27T11:02:37.148Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://www.openbooksonline.com/profile/brijeshkumar
<p>बहुत सुन्दर ढंग से बात कही है...बधाई आदरणीय</p>
<p>बहुत सुन्दर ढंग से बात कही है...बधाई आदरणीय</p> जनाब कुमार गौरव जी आदाब,सुंदर…tag:www.openbooksonline.com,2018-04-25:5170231:Comment:9265082018-04-25T08:59:10.613ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब कुमार गौरव जी आदाब,सुंदर प्रस्तुति हेतु बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब कुमार गौरव जी आदाब,सुंदर प्रस्तुति हेतु बधाई स्वीकार करें ।</p> हार्दिक बधाई आदरणीय कुमार गौर…tag:www.openbooksonline.com,2018-04-25:5170231:Comment:9264272018-04-25T07:30:37.702ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय कुमार गौरव जी।बेहतरीन प्रस्तुति।आज की ज्वल्लंत समस्या को आइने में उतारती लघुकथा।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय कुमार गौरव जी।बेहतरीन प्रस्तुति।आज की ज्वल्लंत समस्या को आइने में उतारती लघुकथा।</p> अक्सर ऐसा होता है की हम सामने…tag:www.openbooksonline.com,2018-04-25:5170231:Comment:9262942018-04-25T05:49:24.436ZNeelam Upadhyayahttp://www.openbooksonline.com/profile/NeelamUpadhyaya
<p>अक्सर ऐसा होता है की हम सामने वाले को कमतर आंक लेते हैं । अच्छे विषयवस्तु पर रची गयी लघुकथा के लिए बधाई स्वीकार करें कुमार गौरव जी ।</p>
<p>अक्सर ऐसा होता है की हम सामने वाले को कमतर आंक लेते हैं । अच्छे विषयवस्तु पर रची गयी लघुकथा के लिए बधाई स्वीकार करें कुमार गौरव जी ।</p>