Comments - क्या बताएं कि हमसे वह क्या ले गई - Open Books Online2024-03-29T13:11:17Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A920433&xn_auth=noआ0 कबीर सर सादर नमन । बिल्कुल…tag:www.openbooksonline.com,2018-03-22:5170231:Comment:9208082018-03-22T13:33:17.455ZNaveen Mani Tripathihttp://www.openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>आ0 कबीर सर सादर नमन । बिल्कुल सही इस्लाह है । दुरुस्त करता हूँ ।</p>
<p>आ0 कबीर सर सादर नमन । बिल्कुल सही इस्लाह है । दुरुस्त करता हूँ ।</p> जनाब नवीन मणि त्रिपाठी जी आदा…tag:www.openbooksonline.com,2018-03-21:5170231:Comment:9206362018-03-21T17:49:54.786ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब नवीन मणि त्रिपाठी जी आदाब,ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>दूसरे और नवें शैर में क़ाफिये और रदीफ़ में ताल-मेल नहीं है ।</p>
<p>4थे शैर के ऊला में 'उनको' और सानी में 'तुम्हारी'ग़ौर करें ।</p>
<p>अशआर के साथ नम्बर अवश्य लिखें ।</p>
<p>एक निवेदन ये कि अशआर ज़ियादा कहना तारीफ़ की बात नहीं,सात शैर कहें और ग़ौर-ओ-फ़िक्र के साथ कहें ।</p>
<p>जनाब नवीन मणि त्रिपाठी जी आदाब,ग़ज़ल का प्रयास अच्छा है,बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>दूसरे और नवें शैर में क़ाफिये और रदीफ़ में ताल-मेल नहीं है ।</p>
<p>4थे शैर के ऊला में 'उनको' और सानी में 'तुम्हारी'ग़ौर करें ।</p>
<p>अशआर के साथ नम्बर अवश्य लिखें ।</p>
<p>एक निवेदन ये कि अशआर ज़ियादा कहना तारीफ़ की बात नहीं,सात शैर कहें और ग़ौर-ओ-फ़िक्र के साथ कहें ।</p> अच्छी ग़ज़ल हुई है आदरणीय | बधा…tag:www.openbooksonline.com,2018-03-21:5170231:Comment:9205592018-03-21T17:08:10.930ZKALPANA BHATT ('रौनक़')http://www.openbooksonline.com/profile/KALPANABHATT832
<p>अच्छी ग़ज़ल हुई है आदरणीय | बधाई स्वीकारें|</p>
<p>अच्छी ग़ज़ल हुई है आदरणीय | बधाई स्वीकारें|</p> सादर आभार आ0 बसंत कुमार शर्मा…tag:www.openbooksonline.com,2018-03-21:5170231:Comment:9203572018-03-21T12:37:32.766ZNaveen Mani Tripathihttp://www.openbooksonline.com/profile/NaveenManiTripathi
<p>सादर आभार आ0 बसंत कुमार शर्मा जी ।</p>
<p>सादर आभार आ0 बसंत कुमार शर्मा जी ।</p> बहुत खूब
tag:www.openbooksonline.com,2018-03-21:5170231:Comment:9205362018-03-21T07:46:17.537Zबसंत कुमार शर्माhttp://www.openbooksonline.com/profile/37vrpfxgzfdi8
<p>बहुत खूब </p>
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<p>बहुत खूब </p>
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