Comments - होली - Open Books Online2024-03-29T15:07:35Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A917332&xn_auth=noआदरणीय छोटे लाल जी आदाब,
…tag:www.openbooksonline.com,2018-03-05:5170231:Comment:9177092018-03-05T12:26:40.204ZMohammed Arifhttp://www.openbooksonline.com/profile/MohammedArif
<p>आदरणीय छोटे लाल जी आदाब,</p>
<p> होली रंग में डूबी बेहतरीन रचना । साथ ही इसमें पर्यावरण बचाव का संदेश भी है । हार्दिक बधाई स्वीकार करें । आपने यह रचना किस छंद में की है ? छंद का नाम नहीं लिखा है ।</p>
<p> नोट:-ओबीओ मंच पर आमद देने वाली अन्य विधाओं की रचनाओं को भी अपनी टिप्पणियों से पोषित करें ।</p>
<p>आदरणीय छोटे लाल जी आदाब,</p>
<p> होली रंग में डूबी बेहतरीन रचना । साथ ही इसमें पर्यावरण बचाव का संदेश भी है । हार्दिक बधाई स्वीकार करें । आपने यह रचना किस छंद में की है ? छंद का नाम नहीं लिखा है ।</p>
<p> नोट:-ओबीओ मंच पर आमद देने वाली अन्य विधाओं की रचनाओं को भी अपनी टिप्पणियों से पोषित करें ।</p> जनाब डॉ.छोटेलल सिंह जी आदाब,ह…tag:www.openbooksonline.com,2018-03-04:5170231:Comment:9174782018-03-04T14:11:48.959ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब डॉ.छोटेलल सिंह जी आदाब,होली के मौक़े पर बहुत अच्छा संदेश देती रचना हुई है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p>
<p>जनाब डॉ.छोटेलल सिंह जी आदाब,होली के मौक़े पर बहुत अच्छा संदेश देती रचना हुई है,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।</p> संदेशप्रद रचना के लिए हार्दिक…tag:www.openbooksonline.com,2018-03-03:5170231:Comment:9172762018-03-03T17:53:47.528Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>संदेशप्रद रचना के लिए हार्दिक बधाई ।</p>
<p>संदेशप्रद रचना के लिए हार्दिक बधाई ।</p> आदरणीय शरद सिंह जी सादर अभिवा…tag:www.openbooksonline.com,2018-03-03:5170231:Comment:9172622018-03-03T11:01:02.906Zडॉ छोटेलाल सिंहhttp://www.openbooksonline.com/profile/20ch7d01r75yx
आदरणीय शरद सिंह जी सादर अभिवादन आपने रचना को मान दिया इसके लिए आपको दिल से साधुवाद
आदरणीय शरद सिंह जी सादर अभिवादन आपने रचना को मान दिया इसके लिए आपको दिल से साधुवाद आ. डॉ छोटेलाल सिंह जी सार्थक…tag:www.openbooksonline.com,2018-03-03:5170231:Comment:9174512018-03-03T10:35:45.125ZSHARAD SINGH "VINOD"http://www.openbooksonline.com/profile/Sharadsinghvinod
<p><span>आ. <a class="nolink"> </a><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/20ch7d01r75yx">डॉ छोटेलाल सिंह</a> जी सार्थक रचना....</span></p>
<p></p>
<p><span>होली की सतरंगी आभा,कण कण में फैलाएंगे</span><br/><span>वैर भाव का बीज कहीं पे,हरगिज नहीं उगाएंगे</span></p>
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<p><span>प्रेरणादायक व शिक्षादायक रचना हेतु बधाई स्वीकार हो आदरणीय..सादर</span></p>
<p><span>आ. <a class="nolink"> </a><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/20ch7d01r75yx">डॉ छोटेलाल सिंह</a> जी सार्थक रचना....</span></p>
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<p><span>होली की सतरंगी आभा,कण कण में फैलाएंगे</span><br/><span>वैर भाव का बीज कहीं पे,हरगिज नहीं उगाएंगे</span></p>
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<p><span>प्रेरणादायक व शिक्षादायक रचना हेतु बधाई स्वीकार हो आदरणीय..सादर</span></p>