Comments - सामाजिक विद्रूपताओं पर एक गीत (वीर रस) - Open Books Online2024-03-29T14:52:00Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A913629&xn_auth=noअच्छी रचना हुई है आदरणीय सुरे…tag:www.openbooksonline.com,2018-02-13:5170231:Comment:9138902018-02-13T14:34:43.167ZKALPANA BHATT ('रौनक़')http://www.openbooksonline.com/profile/KALPANABHATT832
<p>अच्छी रचना हुई है आदरणीय सुरेंद्र जी | हार्दिक बधाई |</p>
<p>अच्छी रचना हुई है आदरणीय सुरेंद्र जी | हार्दिक बधाई |</p> जीवन के पहलुओं से रु बरु करात…tag:www.openbooksonline.com,2018-02-13:5170231:Comment:9138782018-02-13T09:46:38.525ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p><em>जीवन के पहलुओं से रु बरु कराती सुन्दर रचना हुई है ,जनाब सुरेन्द्र नाथ साहिब,मुबारकबाद क़ुबूल फरमायें।</em></p>
<p><em>जीवन के पहलुओं से रु बरु कराती सुन्दर रचना हुई है ,जनाब सुरेन्द्र नाथ साहिब,मुबारकबाद क़ुबूल फरमायें।</em></p> इस अचछी रचना के लिए आपको हार्…tag:www.openbooksonline.com,2018-02-13:5170231:Comment:9139272018-02-13T08:02:09.529Zvijay nikorehttp://www.openbooksonline.com/profile/vijaynikore
<p>इस अचछी रचना के लिए आपको हार्दिक बधाई, आ० सुरेन्द्र जी।</p>
<p>इस अचछी रचना के लिए आपको हार्दिक बधाई, आ० सुरेन्द्र जी।</p> इसे ताटंक छंद पर लिखा है मैंन…tag:www.openbooksonline.com,2018-02-13:5170231:Comment:9137582018-02-13T05:20:17.785Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>इसे ताटंक छंद पर लिखा है मैंने आरिफ भाई</p>
<p>इसे ताटंक छंद पर लिखा है मैंने आरिफ भाई</p> आदरणीय सुरेंद्रनाथ जी आदाब,
…tag:www.openbooksonline.com,2018-02-12:5170231:Comment:9138462018-02-12T02:52:08.074ZMohammed Arifhttp://www.openbooksonline.com/profile/MohammedArif
<p>आदरणीय सुरेंद्रनाथ जी आदाब,</p>
<p> मेरे कहने का आशय यह है कि गीत की कुछ तो मापनी आपने तय की होगी । वह मापनी (छांदसिक विधान) क्या है ? मैं अच्छी तरह से जानता हूँ कि यह गीत है मगर किस छांसिक विधान के अंतर्गत ?</p>
<p>आदरणीय सुरेंद्रनाथ जी आदाब,</p>
<p> मेरे कहने का आशय यह है कि गीत की कुछ तो मापनी आपने तय की होगी । वह मापनी (छांदसिक विधान) क्या है ? मैं अच्छी तरह से जानता हूँ कि यह गीत है मगर किस छांसिक विधान के अंतर्गत ?</p> आद0 मोहम्मद आरिफ जी सादर अभिव…tag:www.openbooksonline.com,2018-02-12:5170231:Comment:9135812018-02-12T00:03:13.223Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 मोहम्मद आरिफ जी सादर अभिवादन। आभार रचना पर समय देने के लिए। यह गीत है बन्धु</p>
<p>आद0 मोहम्मद आरिफ जी सादर अभिवादन। आभार रचना पर समय देने के लिए। यह गीत है बन्धु</p> आद0 तेजवीर जी सादर अभिवादन। र…tag:www.openbooksonline.com,2018-02-12:5170231:Comment:9135792018-02-12T00:02:23.726Zनाथ सोनांचलीhttp://www.openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh
<p>आद0 तेजवीर जी सादर अभिवादन। रचना पर बेहतरीन प्रतिक्रिया से उत्साहवर्धन के लिए सादर आभार</p>
<p>आद0 तेजवीर जी सादर अभिवादन। रचना पर बेहतरीन प्रतिक्रिया से उत्साहवर्धन के लिए सादर आभार</p> आदरणीय सुरेंद्रनाथ जी आदाब,
…tag:www.openbooksonline.com,2018-02-11:5170231:Comment:9138422018-02-11T12:25:42.625ZMohammed Arifhttp://www.openbooksonline.com/profile/MohammedArif
<p>आदरणीय सुरेंद्रनाथ जी आदाब,</p>
<p> बहुत ही आक्रोश भरा गीत है मगर आपने छांदसिक विधान नहीं लिखा । विस्तृत टिप्पणी हेतु फिर आता हूँ ।</p>
<p>आदरणीय सुरेंद्रनाथ जी आदाब,</p>
<p> बहुत ही आक्रोश भरा गीत है मगर आपने छांदसिक विधान नहीं लिखा । विस्तृत टिप्पणी हेतु फिर आता हूँ ।</p> हार्दिक बधाई आदरणीय सुरेन्द्…tag:www.openbooksonline.com,2018-02-11:5170231:Comment:9137302018-02-11T12:20:00.074ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय <a class="nolink"><span> </span></a><a href="http://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh">सुरेन्द्र नाथ सिंह 'कुशक्षत्रप'</a>जी।लेखकीय जिम्मेवारी का पूर्ण निर्वहन करते हुये एक बेहतरीन,समसामयिक और कटाक्षपूर्ण गीत।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय <a class="nolink"><span> </span></a><a href="http://openbooksonline.com/profile/SurendraNathSingh">सुरेन्द्र नाथ सिंह 'कुशक्षत्रप'</a>जी।लेखकीय जिम्मेवारी का पूर्ण निर्वहन करते हुये एक बेहतरीन,समसामयिक और कटाक्षपूर्ण गीत।</p>