Comments - हमारी सोच को लाचार कर देगा - लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' (गजल) - Open Books Online2024-03-29T11:57:16Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A907524&xn_auth=noआ. भाई ब्रजेश जी,स्नेहपूर्ण उ…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-04:5170231:Comment:9076862018-01-04T02:42:39.664Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई ब्रजेश जी,स्नेहपूर्ण उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई ब्रजेश जी,स्नेहपूर्ण उत्साहवर्धन के लिए आभार ।</p> वाह आदरणीय क्या शानदार भाव व्…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-03:5170231:Comment:9076772018-01-03T17:19:35.775Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://www.openbooksonline.com/profile/brijeshkumar
<p>वाह आदरणीय क्या शानदार भाव व्यक्त किये हैं ग़ज़ल में..बेहतरीन..सादर</p>
<p>वाह आदरणीय क्या शानदार भाव व्यक्त किये हैं ग़ज़ल में..बेहतरीन..सादर</p> आ. भाई अजय जी, आपका सानिंध्य…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-03:5170231:Comment:9076632018-01-03T09:54:56.740Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई अजय जी, आपका सानिंध्य और प्रशंसा से मन प्रफुल्लित हुआ। हार्दिक आभार । मार्गदर्शन करते रहें ।</p>
<p>आ. भाई अजय जी, आपका सानिंध्य और प्रशंसा से मन प्रफुल्लित हुआ। हार्दिक आभार । मार्गदर्शन करते रहें ।</p> आदरणीय लक्ष्मण जी,
'अबोला' क…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-03:5170231:Comment:9076592018-01-03T09:46:27.082ZAjay Tiwarihttp://www.openbooksonline.com/profile/AjayTiwari
<p>आदरणीय लक्ष्मण जी, </p>
<p>'अबोला' का प्रयोग बहुत खूबसूरत है और आपकी भाषाई सामर्थ्य का परिचायक. उम्दा ग़ज़ल हुई है. हार्दिक बधाई. </p>
<p>आदरणीय लक्ष्मण जी, </p>
<p>'अबोला' का प्रयोग बहुत खूबसूरत है और आपकी भाषाई सामर्थ्य का परिचायक. उम्दा ग़ज़ल हुई है. हार्दिक बधाई. </p> आ. भाई सलीम जी, गजल पर उपस्थि…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-03:5170231:Comment:9077272018-01-03T04:25:35.068Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई सलीम जी, गजल पर उपस्थिति के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई सलीम जी, गजल पर उपस्थिति के लिए आभार ।</p> आ. भाई सलीम जी, गजल पर उपस्थि…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-02:5170231:Comment:9076492018-01-02T17:19:41.072Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई सलीम जी, गजल पर उपस्थिति के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई सलीम जी, गजल पर उपस्थिति के लिए आभार ।</p> आ. भाई पंकज जी, गजल पर उपस्थि…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-02:5170231:Comment:9075722018-01-02T17:15:17.260Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई पंकज जी, गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद ।</p>
<p>आ. भाई पंकज जी, गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद ।</p> आ. भाई तस्दीक अहमद जी, प्रशंस…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-02:5170231:Comment:9078232018-01-02T16:52:00.576Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई तस्दीक अहमद जी, प्रशंसा के लिए अभार ।</p>
<p>आ. भाई तस्दीक अहमद जी, प्रशंसा के लिए अभार ।</p> आ. भाई सुरेंद्र जी, प्रशंसा व…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-02:5170231:Comment:9075712018-01-02T16:50:18.480Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई सुरेंद्र जी, प्रशंसा व स्नेह के लिए आभार ।</p>
<p>आ. भाई सुरेंद्र जी, प्रशंसा व स्नेह के लिए आभार ।</p> आ. भाई समर जी, अभिवादन । आपकी…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-02:5170231:Comment:9078222018-01-02T16:48:19.743Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>आ. भाई समर जी, अभिवादन । आपकी सकारात्मक और मार्गदर्शन करती प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक धन्यवाद । बेहतरीन सुझाव सिरोधार्य हैं ।</p>
<p>आ. भाई समर जी, अभिवादन । आपकी सकारात्मक और मार्गदर्शन करती प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक धन्यवाद । बेहतरीन सुझाव सिरोधार्य हैं ।</p>