Comments - ग़ज़ल इस्लाह के लिए :मनोज अहसास - Open Books Online2024-03-29T13:31:22Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A907085&xn_auth=noग़ज़ल पर प्रतिक्रिया देने के लि…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-03:5170231:Comment:9078402018-01-03T16:19:57.021Zमनोज अहसासhttp://www.openbooksonline.com/profile/ManojkumarAhsaas
<p>ग़ज़ल पर प्रतिक्रिया देने के लिए सभी आदरणीय मित्रों ,गुणीजनों का आभार</p>
<p>सुझावों पर विचार करूँगा</p>
<p>हृदय से आभार प्रकट करता हूँ</p>
<p>नमन करता हूँ आप सबका</p>
<p>सादर</p>
<p>ग़ज़ल पर प्रतिक्रिया देने के लिए सभी आदरणीय मित्रों ,गुणीजनों का आभार</p>
<p>सुझावों पर विचार करूँगा</p>
<p>हृदय से आभार प्रकट करता हूँ</p>
<p>नमन करता हूँ आप सबका</p>
<p>सादर</p> भाई मनोज जी , अच्छी गजल हुई ह…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-03:5170231:Comment:9076572018-01-03T09:43:26.640Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
<p>भाई मनोज जी , अच्छी गजल हुई है। बधाई।</p>
<p>भाई मनोज जी , अच्छी गजल हुई है। बधाई।</p> जनाब मनोज अहसास साहिब इस रचना…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-02:5170231:Comment:9074002018-01-02T07:02:18.281ZAfroz 'sahr'http://www.openbooksonline.com/profile/Afrozsahr
जनाब मनोज अहसास साहिब इस रचना पर बधाई स्वीकार करें। गुणी जनों की बातों पर गौ़र फ़रमाएं,,,
जनाब मनोज अहसास साहिब इस रचना पर बधाई स्वीकार करें। गुणी जनों की बातों पर गौ़र फ़रमाएं,,, जनाब मनोज अहसास साहिब ,ग़ज़ल का…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-01:5170231:Comment:9072982018-01-01T14:26:38.890ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>जनाब मनोज अहसास साहिब ,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है ,मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं । </p>
<ul>
<li>मतले का ऑप्शन यह भी हो सकता है।(मेरी उल्फ़त का कोई तो फलसफा लिख जाइये---कुछ न लिख पाएं अगर तो हादसा लिख जाइये )</li>
<li style="text-align: left;">शेर4--(काम यह कर जाइये मेरा मसीहा हैं अगर --सिर्फ मेरे नाम के आगे वफ़ा लिख जाइये ) </li>
<li style="text-align: left;">शेर5--(पास रह कर भी अगर तुम खुश नहीं हो जानेमन --जाते जाते मेरी चाहत को दगा लिख जाइये ) </li>
<li style="text-align: left;">शेर6--(किस्मते…</li>
</ul>
<p>जनाब मनोज अहसास साहिब ,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है ,मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं । </p>
<ul>
<li>मतले का ऑप्शन यह भी हो सकता है।(मेरी उल्फ़त का कोई तो फलसफा लिख जाइये---कुछ न लिख पाएं अगर तो हादसा लिख जाइये )</li>
<li style="text-align: left;">शेर4--(काम यह कर जाइये मेरा मसीहा हैं अगर --सिर्फ मेरे नाम के आगे वफ़ा लिख जाइये ) </li>
<li style="text-align: left;">शेर5--(पास रह कर भी अगर तुम खुश नहीं हो जानेमन --जाते जाते मेरी चाहत को दगा लिख जाइये ) </li>
<li style="text-align: left;">शेर6--(किस्मते अहसास से जिनका मुक़द्दर मिल गया --उनके नामों के मुक़ाबिल आशना लिख जाइये ।)</li>
</ul> आदरणीय मनोज जी, खूबसूरत अशआर…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-01:5170231:Comment:9073682018-01-01T10:14:37.747ZAjay Tiwarihttp://www.openbooksonline.com/profile/AjayTiwari
<p>आदरणीय मनोज जी, खूबसूरत अशआर हुए हैं. हार्दिक बधाई.</p>
<p>मतले के लिए एक तात्कालिक विकल्प : </p>
<p></p>
<p><span>'आप मेरी चाहतों को हादसा लिख जाइये</span></p>
<p><span>पर मेरे जीने का भी इक फलसफा लिख जाइये' या 'पर जिऊँ मैं किस तरह वो फलसफा लिख जाइये'</span></p>
<p>नव वर्ष मंगलमय हो !</p>
<p>सादर </p>
<p>आदरणीय मनोज जी, खूबसूरत अशआर हुए हैं. हार्दिक बधाई.</p>
<p>मतले के लिए एक तात्कालिक विकल्प : </p>
<p></p>
<p><span>'आप मेरी चाहतों को हादसा लिख जाइये</span></p>
<p><span>पर मेरे जीने का भी इक फलसफा लिख जाइये' या 'पर जिऊँ मैं किस तरह वो फलसफा लिख जाइये'</span></p>
<p>नव वर्ष मंगलमय हो !</p>
<p>सादर </p> वाह वाह बहुत खूब।।सुंदर अशआर।…tag:www.openbooksonline.com,2018-01-01:5170231:Comment:9071982018-01-01T02:55:19.851Zram shiromani pathakhttp://www.openbooksonline.com/profile/ramshiromanipathak
<p>वाह वाह बहुत खूब।।सुंदर अशआर।।बधाई आपको</p>
<p>वाह वाह बहुत खूब।।सुंदर अशआर।।बधाई आपको</p> बढ़िया दिलचस्प, लेकिन अहम निव…tag:www.openbooksonline.com,2017-12-31:5170231:Comment:9073492017-12-31T19:38:13.291ZSheikh Shahzad Usmanihttp://www.openbooksonline.com/profile/SheikhShahzadUsmani
<p style="text-align: left;">बढ़िया दिलचस्प, लेकिन अहम निवेदन करती ग़ज़ल के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद मुहतरम जनाब मनोज कुमार अहसास जी।</p>
<p style="text-align: left;">बढ़िया दिलचस्प, लेकिन अहम निवेदन करती ग़ज़ल के लिए तहे दिल से बहुत-बहुत मुबारकबाद मुहतरम जनाब मनोज कुमार अहसास जी।</p> हार्दिक आभार आदरणीय तेजवीर सि…tag:www.openbooksonline.com,2017-12-31:5170231:Comment:9073422017-12-31T14:34:33.733Zमनोज अहसासhttp://www.openbooksonline.com/profile/ManojkumarAhsaas
<p>हार्दिक आभार आदरणीय तेजवीर सिंह जी</p>
<p>सादर</p>
<p>हार्दिक आभार आदरणीय तेजवीर सिंह जी</p>
<p>सादर</p> हार्दिक बधाई आदरणीय मनोज कुमा…tag:www.openbooksonline.com,2017-12-31:5170231:Comment:9074242017-12-31T12:54:57.887ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय मनोज कुमार अहसास जी।बेहतरीन गज़ल।</p>
<p><span>आप अपना नाम लिख लीजै मसीहाओं के बीच</span><br/><span>बस हमारे नाम के आगे वफ़ा लिख जाइये</span></p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय मनोज कुमार अहसास जी।बेहतरीन गज़ल।</p>
<p><span>आप अपना नाम लिख लीजै मसीहाओं के बीच</span><br/><span>बस हमारे नाम के आगे वफ़ा लिख जाइये</span></p> बहुत बहुत शुक्रिया राम अवध वि…tag:www.openbooksonline.com,2017-12-31:5170231:Comment:9074232017-12-31T12:52:31.075Zमनोज अहसासhttp://www.openbooksonline.com/profile/ManojkumarAhsaas
<p>बहुत बहुत शुक्रिया राम अवध विश्वकर्मा जी</p>
<p>सादर</p>
<p>बहुत बहुत शुक्रिया राम अवध विश्वकर्मा जी</p>
<p>सादर</p>