Comments - तरही गजल - Open Books Online2024-03-28T21:05:46Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A888516&xn_auth=noआदरणीय लक्ष्मण धामी सर उत्साह…tag:www.openbooksonline.com,2017-10-20:5170231:Comment:8906332017-10-20T02:10:42.199Zसतविन्द्र कुमार राणाhttp://www.openbooksonline.com/profile/28fn40mg3o5v9
आदरणीय लक्ष्मण धामी सर उत्साहवर्धन के लिए बहुत-बहुत आभार,नमन सादर
आदरणीय लक्ष्मण धामी सर उत्साहवर्धन के लिए बहुत-बहुत आभार,नमन सादर आ डॉ आशुतोष जी उत्साहवर्धन के…tag:www.openbooksonline.com,2017-10-20:5170231:Comment:8908152017-10-20T02:09:11.719Zसतविन्द्र कुमार राणाhttp://www.openbooksonline.com/profile/28fn40mg3o5v9
आ डॉ आशुतोष जी उत्साहवर्धन के लिए बहुत बहुत हार्दिक आभार,सादर नमन!
आ डॉ आशुतोष जी उत्साहवर्धन के लिए बहुत बहुत हार्दिक आभार,सादर नमन! आ वंदना जी हौंसलाफ़ज़ाई के लिए…tag:www.openbooksonline.com,2017-10-20:5170231:Comment:8909082017-10-20T02:08:10.089Zसतविन्द्र कुमार राणाhttp://www.openbooksonline.com/profile/28fn40mg3o5v9
आ वंदना जी हौंसलाफ़ज़ाई के लिए सादर हार्दिक आभार,नमन सादर
आ वंदना जी हौंसलाफ़ज़ाई के लिए सादर हार्दिक आभार,नमन सादर आदरणीय नीलेश भाई जी प्रणाम, क…tag:www.openbooksonline.com,2017-10-17:5170231:Comment:8902242017-10-17T14:08:01.452Zसतविन्द्र कुमार राणाhttp://www.openbooksonline.com/profile/28fn40mg3o5v9
आदरणीय नीलेश भाई जी प्रणाम, कोशिशें लगातार जारी हैं। कृपया स्नेह यूँ ही बनाए रखें।
आदरणीय नीलेश भाई जी प्रणाम, कोशिशें लगातार जारी हैं। कृपया स्नेह यूँ ही बनाए रखें। आदरणीय समर कबीर सर,उत्साहवर्ध…tag:www.openbooksonline.com,2017-10-17:5170231:Comment:8902222017-10-17T13:36:58.545Zसतविन्द्र कुमार राणाhttp://www.openbooksonline.com/profile/28fn40mg3o5v9
आदरणीय समर कबीर सर,उत्साहवर्धन के लिए सादर हार्दिक आभार,नमन
आदरणीय समर कबीर सर,उत्साहवर्धन के लिए सादर हार्दिक आभार,नमन आ. भाई सतविंद्र जी , हार्दिक…tag:www.openbooksonline.com,2017-10-16:5170231:Comment:8897822017-10-16T13:55:24.364Zलक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'http://www.openbooksonline.com/profile/laxmandhami
आ. भाई सतविंद्र जी , हार्दिक बधाई ।
आ. भाई सतविंद्र जी , हार्दिक बधाई । इस रचना पर हार्दिक बधाई आदरणी…tag:www.openbooksonline.com,2017-10-16:5170231:Comment:8897742017-10-16T12:29:13.521ZDr Ashutosh Mishrahttp://www.openbooksonline.com/profile/DrAshutoshMishra
इस रचना पर हार्दिक बधाई आदरणीय सतविंदर जी
इस रचना पर हार्दिक बधाई आदरणीय सतविंदर जी नहीं अनबन, नहीं शिकवा ही कोई*…tag:www.openbooksonline.com,2017-10-15:5170231:Comment:8896472017-10-15T10:09:15.493Zvandanahttp://www.openbooksonline.com/profile/vandana956
<p><br/><span>नहीं अनबन, नहीं शिकवा ही कोई</span><br/><span>*बस इतना है कि अब वो मन नहीं है*</span></p>
<p>बहुत बढ़िया आदरणीय </p>
<p><br/><span>नहीं अनबन, नहीं शिकवा ही कोई</span><br/><span>*बस इतना है कि अब वो मन नहीं है*</span></p>
<p>बहुत बढ़िया आदरणीय </p> भाई सतविंद्र जी,
अच्छे भाव है…tag:www.openbooksonline.com,2017-10-12:5170231:Comment:8884842017-10-12T15:31:59.929ZNilesh Shevgaonkarhttp://www.openbooksonline.com/profile/NileshShevgaonkar
भाई सतविंद्र जी,<br />
अच्छे भाव हैं लेकिन ग़ज़लियत कम है। ग़ज़ल समय माँग रही है। थोड़ा और चिंतन करने से मिसरे परिष्कृत होंगे।<br />
सादर
भाई सतविंद्र जी,<br />
अच्छे भाव हैं लेकिन ग़ज़लियत कम है। ग़ज़ल समय माँग रही है। थोड़ा और चिंतन करने से मिसरे परिष्कृत होंगे।<br />
सादर जनाब सतविन्द्र कुमार जी आदाब,…tag:www.openbooksonline.com,2017-10-12:5170231:Comment:8887142017-10-12T12:13:43.004ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
जनाब सतविन्द्र कुमार जी आदाब,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,दाद के साथ मुबारकबाद पेश करता हूँ ।
जनाब सतविन्द्र कुमार जी आदाब,ग़ज़ल का अच्छा प्रयास हुआ है,दाद के साथ मुबारकबाद पेश करता हूँ ।