Comments - फटी बिवाई(लघुकथा)राहिला - Open Books Online2024-03-28T14:22:23Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A842648&xn_auth=noमुह्तरमा राहिला साहिबा , आपकी…tag:www.openbooksonline.com,2017-03-19:5170231:Comment:8437882017-03-19T14:33:54.762ZTasdiq Ahmed Khanhttp://www.openbooksonline.com/profile/TasdiqAhmedKhan
<p>मुह्तरमा राहिला साहिबा , आपकी लघु कथा अच्छा संदेश दे रही <br/>है , मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएँ --</p>
<p>मुह्तरमा राहिला साहिबा , आपकी लघु कथा अच्छा संदेश दे रही <br/>है , मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएँ --</p> बहुत ही शानदार तरीके से सत्य…tag:www.openbooksonline.com,2017-03-17:5170231:Comment:8431512017-03-17T16:27:35.415Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://www.openbooksonline.com/profile/brijeshkumar
बहुत ही शानदार तरीके से सत्य का सार्थक चित्रण किया है..
बहुत ही शानदार तरीके से सत्य का सार्थक चित्रण किया है.. हार्दिक बधाई आदरणीय राहिला आस…tag:www.openbooksonline.com,2017-03-17:5170231:Comment:8428852017-03-17T05:10:57.991ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय राहिला आसिफ़ जी।बेहतरीन प्रस्तुति।</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय राहिला आसिफ़ जी।बेहतरीन प्रस्तुति।</p> मोहतरमा राहिला साहिबा आदाब,बढ़…tag:www.openbooksonline.com,2017-03-16:5170231:Comment:8428322017-03-16T10:40:11.328ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
मोहतरमा राहिला साहिबा आदाब,बढ़िया कघुकथा लिखी आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।
मोहतरमा राहिला साहिबा आदाब,बढ़िया कघुकथा लिखी आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।