Comments - कवच और कुण्डल - Open Books Online2024-03-28T20:27:31Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A734588&xn_auth=noसुंदर ;सारगर्भित एवं सार्थक र…tag:www.openbooksonline.com,2016-03-08:5170231:Comment:7480232016-03-08T10:47:26.807Zसतविन्द्र कुमार राणाhttp://www.openbooksonline.com/profile/28fn40mg3o5v9
सुंदर ;सारगर्भित एवं सार्थक रचना के लिए हार्दिक बधाई आदरणीय।
सुंदर ;सारगर्भित एवं सार्थक रचना के लिए हार्दिक बधाई आदरणीय। बड़ी ही सारगर्भित रचना है आदर…tag:www.openbooksonline.com,2016-03-03:5170231:Comment:7471792016-03-03T10:53:11.412Zबृजेश कुमार 'ब्रज'http://www.openbooksonline.com/profile/brijeshkumar
<p>बड़ी ही सारगर्भित रचना है आदरणीय</p>
<p>बड़ी ही सारगर्भित रचना है आदरणीय</p> रचना पर अपने मनोभाव प्रकट करन…tag:www.openbooksonline.com,2016-02-20:5170231:Comment:7419172016-02-20T06:21:22.361ZDr T R Sukulhttp://www.openbooksonline.com/profile/DrTRSukul
<p><span>रचना पर अपने मनोभाव प्रकट करने के लिए बहुत धन्यवाद आद. </span><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/ChhayaShukla" class="fn url">Chhaya Shukla</a> ji</p>
<p><span>रचना पर अपने मनोभाव प्रकट करने के लिए बहुत धन्यवाद आद. </span><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/ChhayaShukla" class="fn url">Chhaya Shukla</a> ji</p> हार्दिक बधाई आदरणीय जीवन का अ…tag:www.openbooksonline.com,2016-02-17:5170231:Comment:7411862016-02-17T15:32:46.972ZChhaya Shuklahttp://www.openbooksonline.com/profile/ChhayaShukla
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय जीवन का अनुभव सुंदर तत्सम शब्दों में लय बद्ध हुआ है | अनुभव की टीस सहज ही महसूस हो पा रही है |<br/>पुनः बधाई !<br/>सादर नमन !</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय जीवन का अनुभव सुंदर तत्सम शब्दों में लय बद्ध हुआ है | अनुभव की टीस सहज ही महसूस हो पा रही है |<br/>पुनः बधाई !<br/>सादर नमन !</p> आदरणीय महोदय योगराज प्रभाकर ज…tag:www.openbooksonline.com,2016-02-10:5170231:Comment:7390672016-02-10T10:52:04.861ZDr T R Sukulhttp://www.openbooksonline.com/profile/DrTRSukul
<p>आदरणीय महोदय योगराज प्रभाकर जी ! रचना पर आपका स्नेहिल अनुमोदन पाकर गदगद हो उठा। विनम्र आभार।</p>
<p>आदरणीय महोदय योगराज प्रभाकर जी ! रचना पर आपका स्नेहिल अनुमोदन पाकर गदगद हो उठा। विनम्र आभार।</p> बहुत ही अर्थगर्भित और प्रभावो…tag:www.openbooksonline.com,2016-02-10:5170231:Comment:7388932016-02-10T05:41:33.551Zयोगराज प्रभाकरhttp://www.openbooksonline.com/profile/YograjPrabhakar
<p>बहुत ही अर्थगर्भित और प्रभावोत्पादक काव्य कृति है आ० डॉ टी आर सुकुल जी, हार्दिक बधाई निवेदित हैI </p>
<p>बहुत ही अर्थगर्भित और प्रभावोत्पादक काव्य कृति है आ० डॉ टी आर सुकुल जी, हार्दिक बधाई निवेदित हैI </p> सादर धन्यवाद महोदय। tag:www.openbooksonline.com,2016-01-28:5170231:Comment:7349962016-01-28T09:35:14.418ZDr T R Sukulhttp://www.openbooksonline.com/profile/DrTRSukul
<p>सादर धन्यवाद महोदय। </p>
<p>सादर धन्यवाद महोदय। </p> भावपूर्ण एवं सार्थक सृजन के ल…tag:www.openbooksonline.com,2016-01-28:5170231:Comment:7352302016-01-28T06:35:43.770ZHem Chandra Jhahttp://www.openbooksonline.com/profile/hemchandrajha
<p>भावपूर्ण एवं सार्थक सृजन के लिए बधाई हो आदरणीय</p>
<p>भावपूर्ण एवं सार्थक सृजन के लिए बधाई हो आदरणीय</p> रचना को मान देने के लिए बहुत…tag:www.openbooksonline.com,2016-01-28:5170231:Comment:7351492016-01-28T06:06:31.590ZDr T R Sukulhttp://www.openbooksonline.com/profile/DrTRSukul
<p>रचना को मान देने के लिए बहुत धन्यवाद आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी। </p>
<p>रचना को मान देने के लिए बहुत धन्यवाद आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी। </p> आदरणीय टी आर शुक्ल जी, बहुत ह…tag:www.openbooksonline.com,2016-01-27:5170231:Comment:7352182016-01-27T18:59:00.566Zमिथिलेश वामनकरhttp://www.openbooksonline.com/profile/mw
<p>आदरणीय टी आर शुक्ल जी, बहुत ही प्रभावकारी भावाभिव्यक्ति हुई है इस रचना में. इस प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई स्वीकारें.</p>
<p>आदरणीय टी आर शुक्ल जी, बहुत ही प्रभावकारी भावाभिव्यक्ति हुई है इस रचना में. इस प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई स्वीकारें.</p>