Comments - लघुकथा - पूंछ - Open Books Online2024-03-28T13:52:02Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A700407&xn_auth=noआदरणीय जवाहर लाल जी आप की बा…tag:www.openbooksonline.com,2015-09-25:5170231:Comment:7014282015-09-25T11:57:59.064ZOmprakash Kshatriyahttp://www.openbooksonline.com/profile/OmprakashKshatriya
<p>आदरणीय जवाहर लाल जी आप की बात उपयुक्त है . आगे से ध्यान रखूँगा. </p>
<p>आदरणीय जवाहर लाल जी आप की बात उपयुक्त है . आगे से ध्यान रखूँगा. </p> मेरा सिर्फ इतना निवेदन है - अ…tag:www.openbooksonline.com,2015-09-24:5170231:Comment:7008882015-09-24T15:19:58.565ZJAWAHAR LAL SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/JAWAHARLALSINGH
<p>मेरा सिर्फ इतना निवेदन है - अवांछित गालियों के प्रयोग के बिना भी बातें कही जा सकती थी ...पंच लाइन उपयुक्त लगी आदरणीय om prakash जी!</p>
<p>मेरा सिर्फ इतना निवेदन है - अवांछित गालियों के प्रयोग के बिना भी बातें कही जा सकती थी ...पंच लाइन उपयुक्त लगी आदरणीय om prakash जी!</p> आदरणीय तेज वीर जी आप को लघुकथ…tag:www.openbooksonline.com,2015-09-23:5170231:Comment:7005682015-09-23T02:30:53.813ZOmprakash Kshatriyahttp://www.openbooksonline.com/profile/OmprakashKshatriya
<p>आदरणीय तेज वीर जी आप को लघुकथा सुन्दर लगी. यह पढ़ कर मेहनत सफल हो गई.</p>
<p>आदरणीय तेज वीर जी आप को लघुकथा सुन्दर लगी. यह पढ़ कर मेहनत सफल हो गई.</p> हार्दिक बधाई आदरणीय ओमप्रकश क…tag:www.openbooksonline.com,2015-09-22:5170231:Comment:7006632015-09-22T15:18:33.432ZTEJ VEER SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/TEJVEERSINGH
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय ओमप्रकश क्षत्रिय जी!बहुत सुन्दर और अर्थपूर्ण लघुकथा!</p>
<p>हार्दिक बधाई आदरणीय ओमप्रकश क्षत्रिय जी!बहुत सुन्दर और अर्थपूर्ण लघुकथा!</p>