Comments - सच का ओज......'जान' गोरखपुरी - Open Books Online2024-03-28T23:32:44Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A658932&xn_auth=noआ० rajesh kumari जी हौसलाफजाई…tag:www.openbooksonline.com,2015-06-02:5170231:Comment:6617632015-06-02T15:28:08.519ZKrish mishra 'jaan' gorakhpurihttp://www.openbooksonline.com/profile/krishnamishrajaangorakhpuri
<p>आ० rajesh kumari जी हौसलाफजाई एवं शुभकामनाओ हेतु हार्दिक आभार!आ० प्रयास जारी है!</p>
<p>आ० rajesh kumari जी हौसलाफजाई एवं शुभकामनाओ हेतु हार्दिक आभार!आ० प्रयास जारी है!</p> भाई महर्षि जी प्रोत्साहन हेतु…tag:www.openbooksonline.com,2015-06-02:5170231:Comment:6616972015-06-02T15:26:32.379ZKrish mishra 'jaan' gorakhpurihttp://www.openbooksonline.com/profile/krishnamishrajaangorakhpuri
<p>भाई महर्षि जी प्रोत्साहन हेतु हार्दिक आभार!</p>
<p>भाई महर्षि जी प्रोत्साहन हेतु हार्दिक आभार!</p> सुन्दर प्रयास है कृष्ण भैया ,…tag:www.openbooksonline.com,2015-06-01:5170231:Comment:6614752015-06-01T16:48:19.399Zrajesh kumarihttp://www.openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p>सुन्दर प्रयास है कृष्ण भैया ,जैसा की विद्वद्जनों ने कहा है ये ग़ज़ल और बेहतर हो सकती है बस कोशिश करते रहिये ,दिल से बधाई आपको एवं शुभकामनायें </p>
<p>सुन्दर प्रयास है कृष्ण भैया ,जैसा की विद्वद्जनों ने कहा है ये ग़ज़ल और बेहतर हो सकती है बस कोशिश करते रहिये ,दिल से बधाई आपको एवं शुभकामनायें </p> अच्छी गजल हुई है आ. बड़े भाई ज…tag:www.openbooksonline.com,2015-06-01:5170231:Comment:6615572015-06-01T16:35:06.584Zmaharshi tripathihttp://www.openbooksonline.com/profile/maharshitripathi815
<p>अच्छी गजल हुई है आ. बड़े भाई जी ,,हार्दिक बधाई आपको |</p>
<p>अच्छी गजल हुई है आ. बड़े भाई जी ,,हार्दिक बधाई आपको |</p> बहुत बहुत शुक्रिया आ० सुनील श…tag:www.openbooksonline.com,2015-06-01:5170231:Comment:6616202015-06-01T16:15:18.793ZKrish mishra 'jaan' gorakhpurihttp://www.openbooksonline.com/profile/krishnamishrajaangorakhpuri
<p>बहुत बहुत शुक्रिया आ० सुनील शाहाबादी जी!प्रयासरत हूँ!</p>
<p>बहुत बहुत शुक्रिया आ० सुनील शाहाबादी जी!प्रयासरत हूँ!</p> आ० वीनस सर!गजल पर उपस्थिति व्…tag:www.openbooksonline.com,2015-06-01:5170231:Comment:6614722015-06-01T16:11:43.604ZKrish mishra 'jaan' gorakhpurihttp://www.openbooksonline.com/profile/krishnamishrajaangorakhpuri
<p>आ० वीनस सर!गजल पर उपस्थिति व् मार्गदर्शन के लिए हार्दिक आभार!</p>
<p>//हर जगह ११ को २ नहीं कर सकते//लय भंग दोष से कैसे बचा जाय कृपया इस बाबत भी मार्गदर्शन करें!</p>
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<p>आ० वीनस सर!गजल पर उपस्थिति व् मार्गदर्शन के लिए हार्दिक आभार!</p>
<p>//हर जगह ११ को २ नहीं कर सकते//लय भंग दोष से कैसे बचा जाय कृपया इस बाबत भी मार्गदर्शन करें!</p>
<p></p> बहुत उम्दा भाई जान सुधार की भ…tag:www.openbooksonline.com,2015-06-01:5170231:Comment:6615412015-06-01T13:13:31.246Zसुनील प्रसाद(शाहाबादी)http://www.openbooksonline.com/profile/33nex7oekqsv0
बहुत उम्दा भाई जान सुधार की भी संभावना है।
बहुत उम्दा भाई जान सुधार की भी संभावना है। अरकान को सही कर लें = २२ / २२…tag:www.openbooksonline.com,2015-05-31:5170231:Comment:6611172015-05-31T06:51:06.001Zवीनस केसरीhttp://www.openbooksonline.com/profile/1q1lxk02g9ue6
<p>अरकान को सही कर लें = २२ / २२/ २२ /२२ <br/><br/>इस बहर की अवधारणा को और समझने की ज़रुरत है हर जगह ११ को २ नहीं कर सकते ... <br/><br/>कई शेर ले भंग दोष के शिकार हैं</p>
<p>अरकान को सही कर लें = २२ / २२/ २२ /२२ <br/><br/>इस बहर की अवधारणा को और समझने की ज़रुरत है हर जगह ११ को २ नहीं कर सकते ... <br/><br/>कई शेर ले भंग दोष के शिकार हैं</p> आ० सौरभ सर रचना पर आपकी उपस्थ…tag:www.openbooksonline.com,2015-05-29:5170231:Comment:6595682015-05-29T09:10:56.983ZKrish mishra 'jaan' gorakhpurihttp://www.openbooksonline.com/profile/krishnamishrajaangorakhpuri
<p>आ० सौरभ सर रचना पर आपकी उपस्थिति से रचनाकर्म सार्थक हो जाता है,रचना को मात्रिक बहर में रखने का प्रयास किया है,जो त्रुटियाँ रह गयी है आगे उनका भी निवारण करने को कोशिश करता हूँ!सादर!</p>
<p>आ० सौरभ सर रचना पर आपकी उपस्थिति से रचनाकर्म सार्थक हो जाता है,रचना को मात्रिक बहर में रखने का प्रयास किया है,जो त्रुटियाँ रह गयी है आगे उनका भी निवारण करने को कोशिश करता हूँ!सादर!</p> हार्दिक आभार आ० आशुतोष सर!सुख…tag:www.openbooksonline.com,2015-05-29:5170231:Comment:6595672015-05-29T09:05:43.208ZKrish mishra 'jaan' gorakhpurihttp://www.openbooksonline.com/profile/krishnamishrajaangorakhpuri
<p>हार्दिक आभार आ० आशुतोष सर!सुखनवाजी के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!</p>
<p>हार्दिक आभार आ० आशुतोष सर!सुखनवाजी के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!</p>