Comments - कविता का आगमन - Open Books Online2024-03-29T06:53:27Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A579871&xn_auth=noआशीष
कविता पर आपको आशीष itag:www.openbooksonline.com,2014-10-10:5170231:Comment:5804862014-10-10T11:00:19.323Zडॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तवhttp://www.openbooksonline.com/profile/GOPALNARAINSRIVASTAVA
आशीष<br />
कविता पर आपको आशीष i
आशीष<br />
कविता पर आपको आशीष i कोई सीमा नहीं कोई बंधन नहीं क…tag:www.openbooksonline.com,2014-10-07:5170231:Comment:5798932014-10-07T14:40:11.901Zrajesh kumarihttp://www.openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p>कोई सीमा नहीं कोई बंधन नहीं कोई रुकावट नहीं कितनी स्वतंत्र होती हैं न हम लोगों कि कवितायेँ कभी कभी कितनी भारी होती हैं वजन में न जाने किस किस का दर्द अपनी झोली में समेट लाती हैं ----मेरी ही एक पुरानी कविता की पंक्तियाँ ...ये रचना पढ़कर बरबस ही याद आ गई ,बहुत सुन्दर प्रस्तुति बहुत से मुद्दों मो समेटे .हार्दिक बधाई आपको प्रिय आशीष बेटा. </p>
<p>कोई सीमा नहीं कोई बंधन नहीं कोई रुकावट नहीं कितनी स्वतंत्र होती हैं न हम लोगों कि कवितायेँ कभी कभी कितनी भारी होती हैं वजन में न जाने किस किस का दर्द अपनी झोली में समेट लाती हैं ----मेरी ही एक पुरानी कविता की पंक्तियाँ ...ये रचना पढ़कर बरबस ही याद आ गई ,बहुत सुन्दर प्रस्तुति बहुत से मुद्दों मो समेटे .हार्दिक बधाई आपको प्रिय आशीष बेटा. </p>