Comments - शोकाग्नि का भोज (लघुकथा) - Open Books Online2024-03-28T10:16:10Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A578925&xn_auth=noबहुत मार्मिक लघु कथा .बधाई आप…tag:www.openbooksonline.com,2014-10-04:5170231:Comment:5793502014-10-04T05:51:18.510Zrajesh kumarihttp://www.openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p>बहुत मार्मिक लघु कथा .बधाई आपको </p>
<p>बहुत मार्मिक लघु कथा .बधाई आपको </p> आदरणीय विवेक भाई , विषय बढ़िया…tag:www.openbooksonline.com,2014-10-03:5170231:Comment:5791842014-10-03T15:34:26.508Zगिरिराज भंडारीhttp://www.openbooksonline.com/profile/girirajbhandari
<p>आदरणीय विवेक भाई , विषय बढ़िया चुना है , बधाई स्वीकार करें ! शिल्प के विषय में आ. बागी जी कहा ही चुके हैं |</p>
<p>आदरणीय विवेक भाई , विषय बढ़िया चुना है , बधाई स्वीकार करें ! शिल्प के विषय में आ. बागी जी कहा ही चुके हैं |</p> विवेक जी, इस कृति को लघुकथा क…tag:www.openbooksonline.com,2014-10-03:5170231:Comment:5790012014-10-03T03:27:37.661ZEr. Ganesh Jee "Bagi"http://www.openbooksonline.com/profile/GaneshJee
<p>विवेक जी, इस कृति को लघुकथा कहने में तनिक संकोच कर रहा हूँ, कुछ कुछ आलेख का अंश सा भान दे रहा है, इस प्रयास हेतु प्रोत्साहित करता हूँ , बधाई स्वीकार करें। </p>
<p>विवेक जी, इस कृति को लघुकथा कहने में तनिक संकोच कर रहा हूँ, कुछ कुछ आलेख का अंश सा भान दे रहा है, इस प्रयास हेतु प्रोत्साहित करता हूँ , बधाई स्वीकार करें। </p> अच्छा प्रयास है।बधाई विवेक जी…tag:www.openbooksonline.com,2014-10-02:5170231:Comment:5788992014-10-02T15:28:03.654ZSulabh Agnihotrihttp://www.openbooksonline.com/profile/SulabhAgnihotri
<p>अच्छा प्रयास है।<br/>बधाई विवेक जी !</p>
<p>अच्छा प्रयास है।<br/>बधाई विवेक जी !</p> बहुत मार्मिक एवम सुन्दर लघुकथ…tag:www.openbooksonline.com,2014-10-02:5170231:Comment:5791482014-10-02T10:21:36.517Zविनय कुमारhttp://www.openbooksonline.com/profile/vinayakumarsingh
<p>बहुत मार्मिक एवम सुन्दर लघुकथा विवेकजी | बहुत बहुत बधाई..</p>
<p>बहुत मार्मिक एवम सुन्दर लघुकथा विवेकजी | बहुत बहुत बधाई..</p>