Comments - बाल मज़दूरी -हमारी मज़बूरी . - Open Books Online2024-03-29T15:33:24Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A549228&xn_auth=noइस अभिव्यक्ति से बाल श्रम पर…tag:www.openbooksonline.com,2014-06-18:5170231:Comment:5499872014-06-18T16:31:35.135Zरमेश कुमार चौहानhttp://www.openbooksonline.com/profile/Rameshkumarchauhan
<p>इस अभिव्यक्ति से बाल श्रम पर आपने सार्थक प्रकाश डाला है, सादर बधाई</p>
<p>इस अभिव्यक्ति से बाल श्रम पर आपने सार्थक प्रकाश डाला है, सादर बधाई</p> ”होना चाहिए बस्ता किताबों,काप…tag:www.openbooksonline.com,2014-06-17:5170231:Comment:5499192014-06-17T15:41:49.060ZJAWAHAR LAL SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/JAWAHARLALSINGH
<p><span>”होना चाहिए बस्ता किताबों,कापियों का जिनके हाथों में ,</span><br/><span>ठेली खींचकर ले जा रहे वे बांधकर खुद को .”</span></p>
<p><span>विडंबना ही है की सारी योजनाएं इन्हें ध्यान में रखकर बनाई जाती है नतीजा??????</span></p>
<p><span>”होना चाहिए बस्ता किताबों,कापियों का जिनके हाथों में ,</span><br/><span>ठेली खींचकर ले जा रहे वे बांधकर खुद को .”</span></p>
<p><span>विडंबना ही है की सारी योजनाएं इन्हें ध्यान में रखकर बनाई जाती है नतीजा??????</span></p> बाल श्रम पर बहुत सुन्दर ,सार्…tag:www.openbooksonline.com,2014-06-17:5170231:Comment:5498292014-06-17T15:41:20.321Zrajesh kumarihttp://www.openbooksonline.com/profile/rajeshkumari
<p>बाल श्रम पर बहुत सुन्दर ,सार्थक अभिव्यक्ति शालिनी जी ,बधाई आपको |</p>
<p>बाल श्रम पर बहुत सुन्दर ,सार्थक अभिव्यक्ति शालिनी जी ,बधाई आपको |</p>