Comments - गजल : कितनी भला कटुता लिखें - Open Books Online2024-03-29T15:03:08Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A353209&xn_auth=noकल्पनाजी ! आपको अनन्य बधाई और…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-04:5170231:Comment:3719932013-06-04T10:37:33.761Zविजय मिश्रhttp://www.openbooksonline.com/profile/37jicf27kggmy
कल्पनाजी ! आपको अनन्य बधाई और चयन समिति को भी . यह रचना है ही सर्वश्रेष्ठता की सुपात्रा . मन के भावों को झंकृत करने वाली .पुनश्च की अपेक्षाएँ और शुभकामनाएँ
कल्पनाजी ! आपको अनन्य बधाई और चयन समिति को भी . यह रचना है ही सर्वश्रेष्ठता की सुपात्रा . मन के भावों को झंकृत करने वाली .पुनश्च की अपेक्षाएँ और शुभकामनाएँ मास की सर्वश्रेष्ठ रचना चुने…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-04:5170231:Comment:3719822013-06-04T08:07:48.271Zसंदीप द्विवेदी 'वाहिद काशीवासी'http://www.openbooksonline.com/profile/SandeipDwivediWahidKashiwasi
<p>मास की सर्वश्रेष्ठ रचना चुने जाने पर हार्दिक बधाई स्वीकार करें आदरेया..! सादर,</p>
<p>मास की सर्वश्रेष्ठ रचना चुने जाने पर हार्दिक बधाई स्वीकार करें आदरेया..! सादर,</p> हर शब्द ह्रदय की वेदना और मन…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-03:5170231:Comment:3721142013-06-03T17:14:06.140ZMAHIMA SHREEhttp://www.openbooksonline.com/profile/MAHIMASHREE
<p>हर शब्द ह्रदय की वेदना और मन में बेबसी से उपजे आक्रोश को बयाँ कर रहा है..</p>
<p>आपकी भावनाओ को नमन आदरणीया ..</p>
<p>हर शब्द ह्रदय की वेदना और मन में बेबसी से उपजे आक्रोश को बयाँ कर रहा है..</p>
<p>आपकी भावनाओ को नमन आदरणीया ..</p> वाह वाह
बहुत खूब बहुत बहुत ख…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-03:5170231:Comment:3718502013-06-03T16:48:54.149ZYogendra Singhhttp://www.openbooksonline.com/profile/YogendraSingh967
<p>वाह वाह </p>
<p>बहुत खूब बहुत बहुत खूब </p>
<p>वाह वाह </p>
<p>बहुत खूब बहुत बहुत खूब </p> वाह हर शेर एक दुसरे से उम्दा…tag:www.openbooksonline.com,2013-06-01:5170231:Comment:3707182013-06-01T13:42:04.432ZAnurag Singh "rishi"http://www.openbooksonline.com/profile/AnuragSinghrishi
<p>वाह हर शेर एक दुसरे से उम्दा और धारदार है और बड़ी ही खूबसूरती से पिरोया गया है <br/>बधाई हो</p>
<p>नारियों का मान मर्दन, कर रहे जो का-पुरुष,</p>
<p>न्याय पृष्ठों पर उन्हें, ज़िंदा नहीं मुर्दा लिखें।</p>
<p>वाह हर शेर एक दुसरे से उम्दा और धारदार है और बड़ी ही खूबसूरती से पिरोया गया है <br/>बधाई हो</p>
<p>नारियों का मान मर्दन, कर रहे जो का-पुरुष,</p>
<p>न्याय पृष्ठों पर उन्हें, ज़िंदा नहीं मुर्दा लिखें।</p> गीतिका जी, स्नेह पूर्ण उत्सा…tag:www.openbooksonline.com,2013-05-23:5170231:Comment:3660062013-05-23T03:45:46.931Zकल्पना रामानीhttp://www.openbooksonline.com/profile/0qbqxqnenfmpi
<p>गीतिका जी, स्नेह पूर्ण उत्साह वर्धित करती हुई टिप्पणी के लिए हार्दिक धन्यवाद</p>
<p> </p>
<p>गीतिका जी, स्नेह पूर्ण उत्साह वर्धित करती हुई टिप्पणी के लिए हार्दिक धन्यवाद</p>
<p> </p> सरिता जी, जवाहरलाल जी, रचना क…tag:www.openbooksonline.com,2013-05-23:5170231:Comment:3662962013-05-23T03:41:59.093Zकल्पना रामानीhttp://www.openbooksonline.com/profile/0qbqxqnenfmpi
<p>सरिता जी, जवाहरलाल जी, रचना को मान देने के लिए हार्दिक धन्यवाद॥</p>
<p>सादर</p>
<p>सरिता जी, जवाहरलाल जी, रचना को मान देने के लिए हार्दिक धन्यवाद॥</p>
<p>सादर</p> पापियों के बोझ से, फटती नहीं…tag:www.openbooksonline.com,2013-05-23:5170231:Comment:3662882013-05-23T00:39:08.035ZJAWAHAR LAL SINGHhttp://www.openbooksonline.com/profile/JAWAHARLALSINGH
<p>पापियों के बोझ से, फटती नहीं अब ये धरा</p>
<p>खोद कब्रें, कर दफन, कोरा कफन टुकड़ा लिखें।</p>
<p>वैसे तो हर पंक्ति बेजोड़ है, टिप्पणी हम क्या लिखें!</p>
<p>सादर! </p>
<p>पापियों के बोझ से, फटती नहीं अब ये धरा</p>
<p>खोद कब्रें, कर दफन, कोरा कफन टुकड़ा लिखें।</p>
<p>वैसे तो हर पंक्ति बेजोड़ है, टिप्पणी हम क्या लिखें!</p>
<p>सादर! </p> बहुत ही सार्थक रचना कल्पना जी…tag:www.openbooksonline.com,2013-05-17:5170231:Comment:3636882013-05-17T13:45:01.664ZSarita Bhatiahttp://www.openbooksonline.com/profile/SaritaBhatia
<p>बहुत ही सार्थक रचना कल्पना जी ,आक्रोश को दर्शाती हुई रचना </p>
<p>बहुत ही सार्थक रचना कल्पना जी ,आक्रोश को दर्शाती हुई रचना </p> विजय मिश्र जी, प्रोत्साहन के…tag:www.openbooksonline.com,2013-05-16:5170231:Comment:3632032013-05-16T16:31:02.596Zकल्पना रामानीhttp://www.openbooksonline.com/profile/0qbqxqnenfmpi
<p>विजय मिश्र जी, प्रोत्साहन के लिए हार्दिक धन्यवाद...सादर</p>
<p>विजय मिश्र जी, प्रोत्साहन के लिए हार्दिक धन्यवाद...सादर</p>