Comments - "बारहमासा" - Open Books Online2024-03-29T04:50:02Zhttp://www.openbooksonline.com/profiles/comment/feed?attachedTo=5170231%3ABlogPost%3A1094874&xn_auth=noDr.Prachi Singh
जी आदरणीयtag:www.openbooksonline.com,2022-12-29:5170231:Comment:10962952022-12-29T15:21:58.324Zआचार्य शीलक रामhttp://www.openbooksonline.com/profile/AcharyaShilakRam
<p><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/DrPrachiSingh376" class="fn url">Dr.Prachi Singh</a></p>
<p>जी आदरणीय</p>
<p><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/DrPrachiSingh376" class="fn url">Dr.Prachi Singh</a></p>
<p>जी आदरणीय</p> Samar kabeer
जी आदरणीयtag:www.openbooksonline.com,2022-12-29:5170231:Comment:10963332022-12-29T15:21:04.472Zआचार्य शीलक रामhttp://www.openbooksonline.com/profile/AcharyaShilakRam
<p><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer" class="fn url">Samar kabeer</a></p>
<p>जी आदरणीय</p>
<p><a href="http://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer" class="fn url">Samar kabeer</a></p>
<p>जी आदरणीय</p> जनाब आचार्य शीलक़ राम जी आदाब,…tag:www.openbooksonline.com,2022-12-12:5170231:Comment:10950442022-12-12T08:53:00.885ZSamar kabeerhttp://www.openbooksonline.com/profile/Samarkabeer
<p>जनाब आचार्य शीलक़ राम जी आदाब,ओबीओ पटल पर आपका स्वागत है I </p>
<p>रचना का प्रयास अच्छा है, बधाई स्वीकार करें, मुहतरमा प्राची सिंह जी की टिप्पणी का अबापने अभी तक जवाब नहीं दिया, और देख रहा हूँ कि आप कई रचनाएँ मंच पर पोस्ट कर चुके हैं, ये सीखने सिखाने का मंच है, अगर आप वाक़ई सीखने के उद्देश्य से मंच के सदस्य बने हैं तो आपको हर टिप्पणी का उत्तर देना चाहिए,और सिर्फ़ एक के बाद एक रचना पोस्ट करना है तो करते रहें,एक बात ये कि मंच पर आई हुई दूसरी रचनाएँ भी आपकी क़ीमती टिप्पणी के इंतिज़ार में हैं इस तरफ़…</p>
<p>जनाब आचार्य शीलक़ राम जी आदाब,ओबीओ पटल पर आपका स्वागत है I </p>
<p>रचना का प्रयास अच्छा है, बधाई स्वीकार करें, मुहतरमा प्राची सिंह जी की टिप्पणी का अबापने अभी तक जवाब नहीं दिया, और देख रहा हूँ कि आप कई रचनाएँ मंच पर पोस्ट कर चुके हैं, ये सीखने सिखाने का मंच है, अगर आप वाक़ई सीखने के उद्देश्य से मंच के सदस्य बने हैं तो आपको हर टिप्पणी का उत्तर देना चाहिए,और सिर्फ़ एक के बाद एक रचना पोस्ट करना है तो करते रहें,एक बात ये कि मंच पर आई हुई दूसरी रचनाएँ भी आपकी क़ीमती टिप्पणी के इंतिज़ार में हैं इस तरफ़ भी ध्यान दें I </p> बहुत सुंदर अभिव्यक्ति आदरणीय …tag:www.openbooksonline.com,2022-12-02:5170231:Comment:10950082022-12-02T14:11:49.038ZDr.Prachi Singhhttp://www.openbooksonline.com/profile/DrPrachiSingh376
<p>बहुत सुंदर अभिव्यक्ति आदरणीय <br/>यह रचना दोहा छंद के बहुत निकट है , बस थोड़ा सा लय और मात्रिकता का ध्यान रख कर इस छंद को सहज ही साधा जा सकता है..<br/><br/>इस रचना पर मैं विस्तार से आती हूँ तब तक निवेदन है कि भारतीय छंद विधान समूह में संग्रहीत मात्रिकता और छंदों के कुछ आवश्यक मूलभूत आलेखों का अवलोकन कर लीजिये<br/><br/>सादर </p>
<p>बहुत सुंदर अभिव्यक्ति आदरणीय <br/>यह रचना दोहा छंद के बहुत निकट है , बस थोड़ा सा लय और मात्रिकता का ध्यान रख कर इस छंद को सहज ही साधा जा सकता है..<br/><br/>इस रचना पर मैं विस्तार से आती हूँ तब तक निवेदन है कि भारतीय छंद विधान समूह में संग्रहीत मात्रिकता और छंदों के कुछ आवश्यक मूलभूत आलेखों का अवलोकन कर लीजिये<br/><br/>सादर </p>